UP Assembly Elections 2022: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि भाजपा राज में अपराधियों का बोलबाला है. अवैध खनन हो या जहरीली शराब की बिक्री, ये सभी धंधे सत्ता के संरक्षण में चल रहे हैं. अपने अब तक के कार्यकाल में जनसामान्य के प्रति भाजपा का व्यवहार पूर्णतया संवेदनहीन रहा है. चाहे कोरोना संक्रमण से हजारों मौतों का मसला हो या जहरीली शराब पीने से हुई सैकड़ों मौतों की बात, भाजपा सरकार इनको कोई महत्व नहीं देती है. जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के 4.5 साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बन गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, प्रदेश के आजमगढ़, बदायूं, अंबेडकरनगर, आगरा, चित्रकूट, एटा और प्रयागराज सहित अन्य कई जनपदों में सैकड़ों लोग जहरीली शराब पीकर मर चुके हैं. सहारनपुर में तो 74 मौतें भी हो चुकी हैं. साढ़े चार साल में भाजपा की सरकार में जहरीली शराब का धंधा बेरोकटोक चला है. चूंकि शराब माफियाओं को सत्ता का संरक्षण मिलता रहा हैं, इस वजह से अब तक शराब के अवैध धंधे पर रोक नहीं लग पाई है. खुद सरकारी ठेकों से जहरीली शराब बिकने की शिकायतें मिलती रही हैं किंतु भाजपा सरकार का इस सब पर कोई नियंत्रण नहीं.
उन्होंने कहा, सच तो यह है कि भाजपा राज में मौतों का सिलसिला लगातार चल रहा है. समाज का हर वर्ग निराशा, हताशा में डूबा हुआ है. अवसाद के हालात में मौत को गले लगाने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं दिखता है.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है, लेकिन उसको सबसे ज्यादा उपेक्षित किया गया है. उसको अपनी फसल की न तो एमएसपी मिलती है और न हीं उसकी आय दोगुनी करने का वादा पूरा हुआ है. गन्ना किसान वर्षों से अपने बकाया भुगतान के लिए परेशान है. हर ओर से त्रस्त किसान आत्महत्या को मजबूर है. किसान आंदोलन के दौरान ही बड़ी तादात में किसानों की जानें गई हैं.
उन्होंने कहा कि नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है. कोरोना महामारी के दौर में तमाम औद्योगिक संस्थान या तो बंद हो गए अथवा वहां बड़े पैमाने पर छंटनी हो गई. भाजपा सरकार के शासनकाल में नौकरियां मिली नहीं, बल्कि शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा रोजगार की मांग पर उनको लाठियां मिलीं. शिक्षामित्रों की समस्याओं का अब तक समाधान नहीं हुआ. बाहरी पूंजीनिवेश का भाजपा ने बड़ा होहल्ला मचाया, लेकिन एक भी उद्योग नहीं लगा. प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती के लिए कुछ नहीं हुआ. एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ.
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की ठोको और फर्जी एनकाउंटर कुनीतियों के चलते अपराधियों को खुली छूट मिली है. अवांछित तत्वों के हौसले इतने बढ़े हुए हैं कि राजधानी लखनऊ में ही सिपाही को बोनट में टांगकर काफी दूर तक घुमाया जाता है और रास्ते में कोई कानून रक्षक मदद के लिए नहीं आता. उन्होंने कहा कि दबंग सरेराह निर्दोषों की पिटाई कर रहे हैं. छेड़खानी की घटनाएं बढ़ रही है. लूट, हत्या की घटनाएं थम नहीं रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों की स्थिति सर्वाधिक चिंतनीय है. आए दिन उनके साथ दुष्कर्म की घटनाएं घटती हैं. पिता की पिटाई का वीडियो बनाती बच्ची को गोली मार दी जाती है. पीड़िताएं कहीं सुनवाई न होने पर आग लगाकर जान देने को मजबूर हो रही हैं. व्यापारियों के अपहरण, लूट और हत्या की घटनाओं पर कोई नियंत्रण नहीं है.
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में समाज का हर वर्ग पीड़ित और प्रताड़ित है. अब उसने तय कर लिया है कि अपमान और उत्पीड़न को और ज्यादा वह बर्दाश्त नहीं करेगा. सन 2022 में वह भाजपा को हटाने को संकल्पित है.
Posted by : Achyut Kumar