उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसको देखते हुए जनसभाओं का दौर शुरू हो चुका है. हर रोज कोई न कोई पार्टी कहीं न कहीं रैली करती है. अभी AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी यूपी के दौरे पर है और हर रोज रैली कर रहे हैं. ऐसे में आज उनकी बाराबंकी में सभा होने वाली है.
हालांकि इस दौरे को लेकर उन्हें एक झटका लगा है. प्रशासन ने असदुद्दीन ओवैसी को बाराबंकी में सभा करने की अनुमति नहीं दी है. जिसके बाद से लगातार सियासी हलचल तेज हो गई हैं. यहीं नहीं आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी हो गया है.
प्रशासन के आदेश के बाद पार्टी का कहना है कि हमने पहले ही प्रशासन को इसकी जानकारी दे दी थी, बावजूद कार्यक्रम को रोका जा रहा है, अगर ऐसा हुआ तो हम किसी निजी स्थान पर यह कार्यक्रम करेंगे. बता दें कि AIMIM चीफ गुरुवार को बाराबंकी के कटरा मोहल्ले में सभा करने वाले हैं. हालांकि, प्रशासन ने उन्हें सिर्फ 50 कार्यकर्ताओं से ही मिलने की अनुमति दी है.
प्रशासन ने मामले में एक आदेश भी जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस रैली में सिर्फ 50 लोगों को ही आने की अनुमति दी गई है. ऐसे में अगर इससे ज्यादा लोग शामिल हुए तो केस दर्ज किया जाएगा.
असदुद्दीन ओवैसी तीन दिवसीय दौरे पर यूपी में है. ऐसे में मंगलवार को उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की थी. जिसमें बताया था कि उनकी पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ओवैसी ने कहा कि हम यूपी में चुनाव लड़ेंगे, हम किसी के गुलाम हैं.
एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सुलतानपुर दौरे पर कहा था कि हम चाहते हैं कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में हर समाज और बिरादरी की ‘राजनीतिक नेतृत्व’ है, उसी तरह मुस्लिम अल्पसंखयक की भी एक आज़ाद सियासी आवाज हो.यूपी सबसे बड़ी रियासत है, 19 फीसदी मुस्लिम हैं.
Posted By Ashish Lata