UP Election 2022: प्रदेश में चुनाव का समय आते ही सड़कों पर यूपी रोडवेज की बसों की कमी के चलते यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इस बीच प्रदेश में एक बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में रोडवेज ने चुनाव में मिलने वाली रकम की मांग पहले ही कर दी है, ताकी नई बसें खरीदी जा सकें. ऐसी जानकारी है कि रोडवेज ने करीब 2500 नई बसों को खरीदने की तैयारी कर ली है, जिसके लिए शासन को पत्र भेजकर बसों के किराये के रूप में 477 करोड़ रुपए एडवांस मांगे हैं.
प्रशासन से मिलने वाली रकम से नई बसों की खरीददारी के बाद पुरानी बसों को रूट से हटा दिया जाएगा. मिली जानकारी के अनुसार, नई बसों से संचालन में एक साल से अधिक का समय लग सकता है. नई बसों के संचालन के बाद हर दिन दो लाख के करीब यात्री सफर कर सकेंगे.परिवहन निगम अधिकारियों का कहना है कि ढाई हजार नई बसें खरीदने पर सहमति बन गई है. इस बीच बसों के चेचिस खरीद के लिए की तैयारी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी और अंतिम फेज का मतदान 7 मार्च को होगा. चुनाव परिणामों का ऐलान 10 मार्च को किया जाएगा. एक महीने तक चलने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सियासी संग्राम में 15.2 करोड़ मतदाता कुल 403 सीटों के प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे.
पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा, दूसरा चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर, तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर. चौथे चरण में मतदान लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों, पांचवे चरण 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें चरण के लिए मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर होगा.