Uttar Pradesh News: भारत में एक से बढ़कर एक दानवीर हुए हैं. दानवीर कर्ण को आज भी दुनिया का सबसे बड़ा दानी माना जाता है. कहते हैं स्नान के बाद कर्ण से जो भी भिक्षा में मांगा जाता था वो उसे दे देते थे. महाभारत काल से कलयुग तक देश को कई दानवीर देखने को मिले हैं. हम आपको एक ऐसे दानवीर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने जीवन की सारी कमाई हंसते हुए दान कर दी है. उत्तर प्रदेश के उद्योगपति डॉ. अरविंद कुमार गोयल ने अपनी पूरी संपत्ति गरीबों के लिए दान कर दी है. संपत्ति की कुल कीमत करीब 600 करोड़ रुपए है.
बता दें कि उद्योगपति डॉ. अरविंद कुमार गोयल ने अपने पास सिर्फ मुरादाबाद सिविल लाइंस स्थित कोठी रखी है. उन्होंने 50 साल की मेहनत से यह प्रॉपर्टी बनाई थी. गोयल ने दान सीधे राज्य सरकार को दिया है. ताकि जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा सके. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में 100 से ज्यादा शिक्षण संस्थान, वृद्धा आश्रम और अस्पताल में वह ट्रस्टी हैं. यही नहीं कोरोना काल में जब इंसानियत पर सवाल उठने लगे थे, लोग परिवार के लोग ही अपनों को अकेला छोड़ दे रहे थे, उस समय भी गोयल एक मसीहा बनकर सामने आए थें.
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अरविंद कुमार गोयल ने कोविड लॉकडाउन के दौरान भी मुरादाबाद के 50 गांवों को गोद लेकर उन्होंने लोगों को मुफ्त खाना और दवा दिलवाई थी. अपनी संपत्ति को दान करते हुए उन्होने कहा कि सरकार उनकी सारी संपत्ति से प्रदेश में गरीबों के लिए निशुल्क शिक्षा और अच्छे इलाज की व्यवस्था करे. उनकी इच्छा है कि समाज का कोई भी गरीब, अनाथ और बेसहारा व्यक्ति शिक्षा से वंचित न रहे. उन्होंने पूरी संपत्ति दान करने के बाद अपना पूरा जीवन देशसेवा और समाजसेवा को समर्पित करने की इच्छा व्यक्त की है.
संपत्ति दान करने के फैसले को लेकर डॉ गोयल ने कहा कि उन्होंने 25 साल पहले ही अपनी सारी संपत्ति दान करने का फैसला कर लिया था. डॉ. गोयल के परिवार में उनकी पत्नी रेनू के अलावा दो बेटे और एक बेटी है. उनके बड़े बेटे मधुर गोयल मुंबई में रहते हैं. छोटे बेटे शुभम प्रकाश गोयल मुरादाबाद में रहकर बिजनेस में पिता का हाथ बंटाते हैं. बेटी शादी के बाद बरेली में रहती है. बच्चों और पत्नी ने उनके इस फैसले का स्वागत किया है.