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योगी आदित्यनाथ ने साधा पूर्व सरकार पर निशाना
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नौकरी पाये युवाओं से पूछा कितना दिया था घूस
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सपा के नेताओं की तुलना महाभारत के पात्रों से कर दी
उत्तर प्रदेश युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने पर फोकस कर रहा है. पहले की सरकार ने सिफारिश और संबधियों को नौकरी बांटी है अब सिर्फ योग्यता मायने रखता है. उपरोक्त बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त बीईओ को संबोधित करते हुए कहा, उन्होंने बताया कि 1950 से अब तक किसी भी लगातार चार साल में सर्वाधिक है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा के शासन पर निशाना साधते हुए महाभारत के पात्रों से इसकी तुलना की है. सीएम ने कहा जिस तरह उस काल में काका-मामा-नाना जैसों ने भारत की प्रगति को अवरुद्ध किया, ठीक वैसे ही यह खानदान उत्तर प्रदेश की उन्नति में बाधक बना रहा. अब सिर्फ योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाती है. पहले नौकरी खानदान के सदस्यों के बीच बांटी जाती थी. जाति धर्म और हैसियत ही नौकरी का पैमाना था, युवा हताश और निराश थे. 2012 से 2017 के बीच उत्तर प्रदेश में इसी तरह नौकरी बांटी गयी.
मुख्यमंत्री ने कहा, 2017 से अब तक चार साल में चार लाख सरकारी पदों पर नियुक्तियां हुई हैं. यह 1950 से अब तक किसी भी लगातार चार साल में सर्वाधिक है. कई राज्यों में तो दशकों में इतनी नियुक्तियां नहीं हुई होंगी. बेसिक शिक्षा परिषद में शामिल हुए नवनियुक्त खंड शिक्षा अधिकारियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने चार वर्ष पूर्व तक प्रदेश के विभिन्न चयन आयोगों- भर्ती बोर्डों में भ्रष्टाचार का भी जिक्र किया.
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मुख्यमंत्री ने कहा, अगर अनियमितता की शिकायत मिली तो पूरे आयोग पर कार्रवाई होगी. इन प्रयासों का नतीजा है कि आज कोई भी यह नहीं कह सकता कि उसने जुगाड़ से नौकरी पाई है. कार्यक्रम में सीएम ने युवाओं से पूरी चयन प्रक्रिया के दौरान कहीं भी घूस देने अथवा सिफारिश करने की जरूरत के बारे में भी जानकारी ली, लेकिन सभी युवाओं ने एक स्वर से इस तरह की जरूरत को नकार दिया.
नियुक्ति पत्र देते हुए सीएम ने खंड शिक्षाधिकारियों से कहा कि एक प्रतियोगी छात्र के रूप में उन्होंने शासन से जिस कार्यप्रणाली की अपेक्षा की थी, अब सिस्टम का हिस्सा होने के बाद स्वयं उसी अनुरूप कार्य करें. उन्होंने कहा कि नौकरी ईमानदारी से मिली है तो काम में भी ईमानदारी होनी चाहिए.
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बीते चार सालों में प्राथमिक शिक्षा का कायाकल्प हुआ है . आज प्रॉक्सी टीचर जैसी समस्या खत्म हो गई है. शिक्षकों का प्रशिक्षण हो रहा है. स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास हुआ है, साढ़े 05 लाख नए बच्चे स्कूल आये हैं. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है. अब इन कार्यों को आगे बढ़ाने का काम बीईओ का है. उन्होंने कहा कि विकास खंड आपका कमांड एरिया है, वहां की हर शैक्षिक गतिविधि की जिम्मेदारी आप की है.