UP Roadways Bus Fare Hike : उत्तर प्रदेश में महंगाई आसमान छू रही है. महंगाई के बोझ से आम आदमी का घर-परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. लोगों को महंगाई से राहत मिलती नहीं दिख रही है. बिजली, पानी, पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस से लेकर किचन की हर जरूरी सामग्री पर महंगाई की आग लगी हुई है. अधिकतर परिवारों में आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया जैसे हालात हो गए हैं. पेट्रोल, डीजल और घरेलू सिलिंडर के बाद ऐसी खबर आयी कि यूपी रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. वहीं इस खबर पर राज्य के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बड़ा बयान दिया है.
यूपी रोडवेज की बसों में किराया बढ़ने की चर्चा के बीच परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बड़ा बयान दिया है. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से सवाल किया कि आखिर बसों का किराए बढ़ाने की क्या जरूरत था. तो परिवहन मंत्री ने किराया बढ़ोत्तरी के सवाल का ही खंडन कर दिया.उन्होंने कहा कि जब डीजल का दाम 60 रुपये प्रति लीटर था तब से बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया है. साथ ही कहा कि अभी तक परिवहन निगम ने किराया नहीं बढ़ाया है. मंत्री ने कहा कि डीजल महंगा हुआ है, तो वहीं परिवहन निगम स्वशासी संस्था है. साफ है कि वह खुद अपना खर्च निकालती है और सरकार से कोई अनुदान नहीं मिलता है.
पेट्रोल-डीजल और टोल दरों में वृद्धि के बीच यूपी में आम लोगों को उस समय बड़ा झटका लगा जब रोडवेज बसों का किराया बढ़ने की भी खबर आई. साधारण बसों में 100 किलोमीटर तक एक से डेढ़ रुपये और एसी बसों में सात रुपये तक की किराए में बढ़ोतरी की जानकारी दी गई थी. ऐसी खबरें थी कि बढ़ा हुआ किराया तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है. यह बढ़ोतरी केवल टोल मार्गों पर होगी. कानपुर से दिल्ली, लखनऊ, आगरा के साथ-साथ सभी जगहों का किराया बढ़ा है, जहां जाने के लिए टोल देना पड़ता है.