योगी सरकार (Yogi government) ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों की कमर तोड़कर रख दी है. मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर बड़ी कार्रवाइयां हुईं हैं. ऐसे में एक बार फिर से दोनों की मुश्किले बढ़ती हुई दिख रही है.
बांदा जिला जेल में बंद बसपा के विधायक मुख्तार अंसारी (MLA Mukhtar Ansari) और अमहदाबाद के साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद (Former MP Atiq Ahmed) पर अन्य एजेंसी ने शिकंजा कस दिया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इनके खिलाफ बड़ा अभियान चलाकर संपित्त को जब्त करने के साथ ही इनके अवैध निर्माण को जमींदोज किया है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की ओर से जुटाई गई गैरकानूनी संपत्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. ईडी दोनों की संपत्तियों को लेकर गहनता से छानबीन कर रहा है, जल्द ही कुछ संपत्तियों को जब्त किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
इसके लिए ईडी (ED) कोर्ट से अनुमति लेकर बांदा जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी और गुजरात की साबरमती जेल में निरुद्ध अतीक अहमद से पूछताछ करने की तैयारी भी कर रहा है. बताया जा रहा है कि दोनों से उनकी संपत्तियों के स्रोत को लेकर पूछताछ की जाएगी.
जानकारी के अनुसार ईडी की प्रयागराज यूनिट ने दोनों माफिया के विरुद्ध केस दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने इन दोनों की संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू किया. पुलिस और स्थानीय प्रशासन से भी कई जानकारियां जुटाई गई थी. बाद में मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के परिवार के नाम पर संचालित कंपनियों और बैंक खातों की पड़ताल की जा रही है.
ईडी की ओर से उत्तर प्रदेश पुलिस से दोनों माफिया की गैंगेस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई संपत्तियों का ब्योरा भी मांगा गया है. बता दें कि पुलिस मुख्तार अंसारी की मऊ, वाराणसी और लखनऊ की कई संपत्तियां जब्त कर चुकी है. वहीं अतीक अहमद की प्रयागराज, कौशांबी और लखनऊ स्थित कई संपत्तियां जब्त की गई हैं.
पुलिस माफिया के विरुद्ध चल रहे अभियान के तहत अब तक मुख्तार और उसके गिरोह के सदस्यों की करीब 222 करोड़ रुपये की संपत्तियां और अतीक अहमद और उसके गिरोह के सदस्यों की करीब 350 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर चुकी है.
सरकारी अभिलेखों के मुताबिक, प्रयागराज के माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद ने तमाम संपत्तियां अवैध तरीके से अर्जित की थी. अतीक अहमद की इस तरह की अब तक 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों को लेकर कार्रवाई हुई है. इनमें नीमसराय में पूर्व सांसद का प्लॉट सहित 15 से ज्यादा संपत्तियां शामिल हैं, जिनकी प्रशासन ने कुर्की कर ली गई है.
माफिया मुख्तार अंसारी के अभेद्य आर्थिक किले को ढहा दिया है. बांदा जेल में बंद माफिया अतीक और उसके सहयोगियों के कब्जे से सरकारी जमीन खाली कराने, ध्वस्तीकरण, जब्त संपत्ति की कीमत करीब 192 करोड़ छह लाख 22 हजार रुपए है. यह सभी संपत्तियां अब सरकार के कब्जे में हैं. उसकी 41 करोड़ की सालाना अवैध आय को सरकार ने बंद करा दिया है.
Posted By Ashish Lata