गोरखपुर में 26 साल पहले बंद हुआ कारखाना फिर शुरू हो रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जानकारी दी कि कारखाने की लागत करीब 8000 करोड़ की है. गोरखपुर के लिए यह सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा निवेश है.
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड द्वारा स्थापित यह खाद कारखाना किसानों और नौजवानों के लिए बड़ी सौगात है. इस खाद कारखाने में कुछ स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खोले जाएंगे. इस सेंटर से प्रशिक्षण प्राप्त कर नौजवान रोजगार हासिल कर सकेंगे.
प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास
योगी आदित्यनाथ ने बाताया कि 2016 में इस खाद कारखाने का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था और शीघ्र ही उनके ही हाथों इसे राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के खाद कारखाने का केंद्रीय उर्वरक व रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा के साथ निरीक्षण किया. किसी को उम्मीद नहीं थी 26 साल से बंद खाद कारखाने की जगह नया प्लांट लग सकेगा लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि से यह संभव हुआ है.
मिल का पत्थर साबित होगा कारखाना
योगी आदित्यनाथ ने यह उम्मीद जतायी खाद व रसायन की आपूर्ति में यह खाद कारखाना मिल का पत्थर साबित होगा. 1967-68 में जापान की टोयो कम्पनी ने फर्टीलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के लिए यहां बहुत अच्छा प्लांट लगाया था. यहां बनी यूरिया यूपी, बिहार और बंगाल तक के किसानों के बीच लोकप्रिय थी.
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समय से पहले शुरू होगा ट्रायल
आज वही टोयो कम्पनी हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के लिए प्लांट लगाई है. समय से पहले प्लांट तैयार कर ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा ताकि शीघ्र ही पीएम मोदी इसे राष्ट्र को समर्पित कर सकें. खाद कारखाने और यहां बसने वाली टाउनशिप के इस्तेमाल के बाद बाकि बचे पानी का इस्तेमाल स्वच्छ कर शुद्ध पेयजल बनाने में किया जायेगा. हर घर नल से जल योजना के तहत शहर के लोगों को की जाएगी.
कब क्या – क्या हुआ
शिलान्यास – जुलाई 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया
कार्यदायी संस्था – टोयो जापान
कुल बजट – करीब 8000 करोड़
यूरिया प्रकार – नीम कोटेड
प्रीलिंग टावर – 149.5 मीटर ऊंचा
शुरू होने का प्रस्तावित माह – जुलाई 2021
रबर डैम का बजट- 30 करोड़
रोजगार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष – 10 हजार
रोजाना यूरिया उत्पादन – 3850 मीट्रिक टन