Lucknow News: यूपी सरकार के शपथ ग्रहण के अगले ही दिन यानी आज सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोक भवन में अपनी पहली कैबिनेट बैठक बुलाई है. कैबिनेट मीटिंग के बाद योगी आदित्यनाथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसके बाद वह राजभवन में प्रोटेम स्पीकर के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होंगे. मुख्यमंत्री अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों और शीर्ष अधिकारियों को सुबह 11:30 बजे योजना भवन में संबोधित करेंगे.
योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके अलावा योगी कैबिनेट में 2 डिप्टी सीएम और 50 अन्य विधायकों ने मंत्रिपद, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री पद की शपथ ली. योगी कैबिनेट में योगी समेत कुल 53 मंत्री शामिल हैं.
This was a meeting to just know each other as it is a large Council of Ministers. The Council of Ministers will meet again at 10 am tomorrow: Uttar Pradesh Deputy CM Keshav Prasad Maurya pic.twitter.com/WItUNqUm2F
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 25, 2022
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 2.0 में एक बार फिर डिप्टी सीएम बनने वाले केशव प्रसाद मौर्य ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद हुई बैठक को लेकर कहा कि यह सिर्फ एक दूसरे को जानने के लिए बैठक थी क्योंकि यह एक बड़ी मंत्रिपरिषद है. कल सुबह 10 बजे फिर होगी मंत्रिपरिषद की बैठक
दरअसल, दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में राज्य में मंत्रिपरिषद की पहली बैठक की. मुख्यमंत्री योगी ने मंत्रिमण्डल की पहली बैठक में राष्ट्रवाद, सुरक्षा, सुशासन एवं विकास पर विश्वास जताने के लिए प्रदेश की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि, जनसेवा से बढ़कर कोई और पुण्य का कार्य नहीं.बैठक में उन्होंने कहा कि दायित्वों का प्रतिबद्धता और निष्ठा के साथ निर्वहन करने से आत्मिक सन्तुष्टि मिलती है.
Also Read: योगी 2.0 की दूसरी पारी में कई दिग्गजों को नहीं मिला मौका, कैबिनेट लिस्ट से ये मंत्री गायबबैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता एवं ईमानदारी बेहद महत्वपूर्ण है. कार्याें को नीति एवं नियमों के तहत किए जाने पर बल, परफॉर्मेंस बेस्ड कार्यों पर फोकस हो. जनप्रतिनिधि होने के नाते मंत्रिगण का जनता के साथ प्रभावी सम्पर्क और संवाद होना चाहिए. मंत्रिगण प्रभारी मंत्री के रूप में प्रत्येक माह जनपद में जाएं. विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही भौतिक सत्यापन करते हुए जनता से इनके संबंध में फीडबैक प्राप्त करें. मंत्रिगण द्वारा सादगी और शुचिता का उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए.