केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं में नई चेतना पैदा करने के लिए अगले 25 साल को भारत का अमृतकाल घोषित किया है. बहराइच में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की तमन्ना थी कि आने वाली नस्लें स्वाभिमान से जियें, इसी सपने को साकार करने तथा देश के युवाओं में एक नयी चेतना पैदा करने के लिए प्रधानमंत्री ने अगले 25 साल को अमृत काल घोषित किया है.
खान ने कहा, हममें से बहुत से लोग आजादी का 100वां वर्ष तो शायद ना देख सकें, लेकिन युवा पीढ़ी के लिए इस अमृत काल या अमृत महोत्सव की घोषणा एक नई चेतना पैदा करने के लिए की गयी है, जिससे आजादी के सौ साल पूरे होने या उससे पहले हम अपने उन स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार कर सकें जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपनी कुर्बानियां दी हैं.
खान ने आगे कहा, कुर्बानी देते समय उन स्वतंत्रता सेनानियों ने ना तो आजादी की सुबह को देखने का सोचा होगा और ना ही वह आजादी की सुबह देख सके, लेकिन उन्होंने इतनी तपस्या, इतना त्याग और कुर्बानियां सिर्फ इसलिए दीं ताकि भारत में आने वाली नस्लें स्वाभिमान के साथ सर उठा के चल सकें. उन्होंने कहा कि आज देश की बड़ी आवश्यकता अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को शिक्षा देने और शिक्षा के लिए आधारभूत ढांचा प्रदान करने की है.
गोंडा से मिली खबर के अनुसार केरल के राज्यपाल ने कहा, भारत दुनिया की अकेली संस्कृति है जिसने मानवता का दैवीकरण किया है और दिव्यता का मानवीकरण किया है. हमें तो चींटी के अंदर भी भगवान नजर आता है. गोंडा में आरिफ मोहम्मद खान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, भारत की विशेषता एवं पहचान ज्ञान एवं प्रज्ञा का संवर्धन है. यह काम हमारी शिक्षण संस्थाएं पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रही हैं. इसलिए मुझे जब भी अवसर मिलता है, तो मैं वहां जरूर जाता हूं.
स्वाधीनता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भ्रष्टाचारियों से समाज को नफरत किए जाने की अपील करने सम्बंधी सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में नई चेतना पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जनता को उसका स्वागत करना चाहिए. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा अपनी पार्टी के नेताओं को कट्टर ईमानदार कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर राज्यपाल ने कहा कि मेरी कुछ मर्यादा है. इसलिए व्यक्तिगत रूप से इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा.