Lucknow: उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर में शिक्षा के मंदिर में जाति भेदभाव का मामला सामने आया है. स्कूल में जिस प्रधानाचार्य पर बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का जिम्मा है, उसी ने बोतल से पानी पीने को लेकर मामूली बात पर छात्र को पीटा और फिर स्कूल से भगा दिया. मामला अफजलगढ़ के एक स्कूल का है, जिसमें पुलिस ने प्रधानाचार्य समेत दो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बिजनौर में गांव प्रेमनगर पुक्खेवाला के रहने वाले डालचंद का 16 वर्षीय बेटा राजकुमार सीरवासुचन्द्र स्थित चमनोदेवी इंटर कालेज में 11वीं का छात्र है. रविवार को कॉलेज में कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह हुआ, जिसमें कक्षा 11 के छात्रों को भी विद्यालय में बुलाया गया. पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि विदाई समारोह में प्यास लगने पर राजकुमार ने सामने बेंच पर रखी बोतल उठाकर पानी पी लिया.
इतनी सी बात पर प्रधानाचार्य योगेंद्र कुमार और उनके भाई बोतल को अपनी बताते हुए राजकुमार को पीटने लगे. इन लोगों ने जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए छात्र को वहां भगा दिया गया. आरोप है कि अन्य अध्यापक और कर्मचारी, किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया. इसके बाद पीड़ित छात्र राजकुमार, राहुल व संदीप सहित अन्य छात्रों को लेकर थाने पहुंचा तथा अपनी शिकायत दर्ज कराई.
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मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक राम अर्ज ने सोमवार को बताया कि थाना अफजलगढ़ में छात्र राजकुमार ने स्कूल में मेज पर रखी बोतल से पानी पीने पर प्रधानाचार्य योगेंद्र कुमार और उनके भाइयों पर मारपीट की तहरीर दी है. इसमें उसके साथ अभद्रता कर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने का भी आरोप लगाया है.
तहरीर के आधार पर प्रधानाचार्य समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति निवारण अधिनियम सहित संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. साथ ही पुलिस क्षेत्राधिकारी अफजलगढ़ को मामले की जांच सौंपी गई है. विवेचना पूरी होने पर उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.