Kanpur: प्रदेश में कानपुर शहर के अंदर जल्द ही प्रशासन की ओर से 5 हजार सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे. इन कैमरों से शहर की निगरानी के साथ वारदात के बाद भाग रहे अपराधियों की गतिविधियां कैद हो सकेगी.
कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया में 1000, व्यापारिक प्रतिष्ठानों में 500, अस्पतालों में 200, पेट्रोल पंपों में 141, होटल में 235 के अलावा पुलिस चौकी, मेडिकल स्टोर, बैंक, एटीएम, शराब की दुकानों के प्रवेश व निकास द्वार, रोड साइ़ड व पब्लिक एरिया में कुल पांच हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. वर्तमान में सिर्फ 1720 कैमरे शहर की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने सभी कैमरों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) से जोड़ने का निर्देश दिया.
शहरवासियों की सुरक्षा के लिए कमिश्नर ने समीक्षा बैठक की. इस दौरान कमिश्नर राजशेखर ने महिलाओं को बेहतर सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए कानपुर नगर व लखनऊ को सेफ सिटी मॉडल के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया. इसके तहत शहर को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर उसे डेडीकेटेड स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से लिंक किया जाएगा.
वर्तमान में विभिन्न दुकानों के 321, स्कूलों के 11, कानपुर स्मार्ट सिटी के 624, नगर निगम के 39, अस्पतालों के 9, पेट्रोल पंप के 30, ऑटोमोबाइल के 82, केडीए के 7, एनएचएआई के 8, पुलिस चौकी के 20, उद्योग के 114, बैंक व एटीएम के 428 समेत कुल 1720 कैमरे शहर में लगे हैं, जो सभी स्मार्ट सिटी से लिंक हैं.
कमिश्नर राजशेखर का कहना है कि शहर की आबादी और क्षेत्रफल के मुताबिक काफी कम कैमरे लगे हैं. जबकि कानपुर में स्कूल, कॉलेज-कोचिंग संस्थानों, इंडस्ट्री आदि की संख्या अधिक है, जहां पर कैमरे लगवाए जाएं. इससे पब्लिक एरिया को भी कवर कराया जाए. वहीं अब बसों में भी आईपी बेस्ड कैमरों को लगाया जाएगा. कमिश्नर ने कहा कि सेफ सिटी की बैठक 17 फरवरी को होगी, तब तक जिम्मेदार रोजाना प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराएं.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी