Lucknow: राजधानी लखनऊ में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के जरिए योगी आदित्यनाथ सरकार भारी भरकम निवेश जुटाने में सफल रही. प्रदेश सरकार ने निवेशक सम्मेलन में 32.92 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन होने का दावा किया है. इसमें रिलांयस ग्रुप के 75 हजार करोड़ और हिंदुजा समूह के 25 हजार करोड़ सहित अन्य निवेश के करार को शामिल करने पर ये आंकड़ा 34 लाख करोड़ से अधिक होने के दावे किए जा रहे हैं. इन सबके बीच ये निवेशक सम्मेलन गौतम अदाणी के नहीं आने के कारण सुर्खियों में रहा.
राजधानी लखनऊ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन देश विदेश के दिग्गज उद्यमियों की मौजूदगी की गवाह बनी. इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, बजाज फिनसर्व के चेयरमैन संजीव बजाज, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, अशोक हिंदुजा और प्रकाश हिंदुजा आदि ने भारी भरकम निवेश की घोषणा की.
इन सबके बीच लोगों की निगाहें देश के दिग्गज उद्यमी गौतम अदाणी को ढूंढती रही. कुछ समय पहले तक दुनिया के सबसे अमीरों की सूची में ऊंचे पायदान पर शुमार होने वाले अदाणी इसके पहले यूपी इन्वेस्टर्स समिट में शामिल हो चुके हैं. वर्ष 2022 में उन्होंने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 के दौरान यूपी में 70 हजार करोड़ रुपये के निवेश की बात कही थी. इससे करीब 30 हजार लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया. गौतम अदाणी ने तब कहा था कि 70,000 करोड़ रुपये के निवेश में से ग्रीन एनर्जी, ट्रांसमिशन, पानी, कृषि-लॉजिस्टिक्स और डेटा सेंटर कारोबार पर पहले ही 11,000 करोड़ रुपये निवेश किये जा चुके हैं. उनके समूह की कंपनियां रक्षा क्षेत्रों से जुड़े कार्यों में 35,000 करोड़ रुपये और सड़क व परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर पर 24,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी.
Also Read: Chitrakoot: विधायक अब्बास अंसारी से जेल में मिलने गई पत्नी गिरफ्तार, आपत्तिजनक चीजें बरामद, ये है मामला…
इस बार भी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले निवेश को लेकर मुंबई में हुए रोड शो में अदाणी समूह ने सवा लाख करोड़ रुपये के निवेश की सहमति दी थी. इससे यूपी सरकार बेहद उत्साहित थी. इस बीच हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद गौतम अदाणी सुर्खियों में आ गए. उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें अन्य निवेशकों की तरह इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने का आमंत्रण भेजा था. लेकिन, गौतम अदाणी इसमें शामिल नहीं हुए.
दरअसल गौतम अदाणी को लेकर संसद में विपक्ष केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर बना हुआ है. विपक्ष के नेता हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर अडानी के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं और उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री पर चुप रहने का आरोप लगाया है. सत्तापक्ष की दलीलों के बावजूद विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करना था. माना जा रहा है कि इस दौरान गौतम अदाणी की उपस्थिति को लेकर विपक्ष फिर हमलावर होता. इसीलिए अदाणी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.