Ghaziabad: जिला न्यायालय में बुधवार शाम अचानक घुसे तेंदुए को पुलिस और वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद देर शाम पकड़ लिया. इसे पकड़ने के लिए गाजियाबाद में रेस्क्यू टीम बुलाई गई. तेंदुए के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
गाजियाबाद न्यायालय परिसर में बुधवार को आईएमटी की तरफ से अचानक तेंदुआ घुस आया. तेंदुए ने सीजेएम कोर्ट के ऑफिस के सामने जूते पॉलिश करने वाले वाले एक शख्स पर हमला कर उसे घायल कर दिया. इसके बाद उसने कई अन्य लोगों को भी निशाना बनाया, जिससे लोग लहुलूहान हो गए.
इसके बाद तेंदुआ अदालत की सीढ़ियों के पास बैठ गया. उसको पकड़ने के लिए मेरठ से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया, जो शाम को मौके पर पहुंची. वन विभाग की 12 सदस्यीय टीम रेस्क्यू के लिए पहुंची. टीम अपने साथ जाल, पिंजरा लेकर आई थी. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग, नगर निगम और पुलिस की टीम मशक्कत करती रही. तेंदुए के आने के बाद लोगों ने खुद को सुरक्षा के मद्देनजर कमरे में बंद लिया.
वहीं कोर्ट के भूतल से लेकर द्वितीय तल तक जाल लगाया गया. जिससे जो लोग कार्यालय आए, वह वहीं रुक गए. वाणिज्य कर कार्यालय, कोर्ट और कलेक्ट्रेट के दरवाजों पर ताला लगा दिए गए. इसके बाद टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाते हुए चार घंटे बाद रात में तेंदुए को पकड़ने में कामयाबी हासिल की.
प्रभागीय निदेशक मनीष सिंह ने बताया कि तेंदुए को पिंजरा डालकर पकड़ लिया गया. तेंदुआ कहां से आया. इसकी जांच और उसके पैरों के निशान देखने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
वहीं तेंदुए के हमले में सहायक शासकीय अधिवक्ता प्रमोद तंवर, अधिवक्ता मोदीनगर निवासी जितेंद्र कुमार व अचिन, ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल विकास कुमार, कुशलिया निवासी अशरफ खान, जहीर खान व तनवीर खान, राम पार्क एक्सटेंशन निवासी रामावती, बूट पॉलिश करने वाला सलीम, रेड एपल ग्रुप का मालिक नमन जैन घायल हुए हैं. सभी को संयुक्त अस्पताल संजय नगर और कविनगर स्थित सर्वोदय अस्पताल में एंबुलेंस से ले जाकर भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है.