Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ कल ऐतिहासिक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 (GIS 2023) की गवाह बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 10-12 फरवरी तक आयोजित इस भव्य आयोजन का उद्घाटन करेंगे. योगी सरकार ने जीआईएस 2023 के जरिए भारी भरकम निवेश जुटाने का दावा किया है. सरकार अपने लक्ष्य से कहीं ज्यादा 22 लाख करोड़ के प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की तैयारी में है. वहीं नौकरी और रोजगार के लिहाज से भी ये निवेशक सम्मेलन अब तक सबसे बड़ा गेम चेंजर माना जा रहा है.
सरकार के मुताबिक GIS 2023 को लेकर विदेशी निवेश के बलबूते पर ही प्रदेश में सात लाख नौकरियां सृजित होंगी, वहीं अगर कुल निवेश प्रस्तावों की बात करें तो लगभग 1.75 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा. सरकार के मंत्रियों और वरिष्ठ अफसरों की टीम ने यूएई, इंग्लैंड, स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, नीदरलैंड, फ्रांस, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेटीना, जर्मनी, बेल्जियम, कनाडा, जापान, यूएसए और मारीशस में रोड शो के जरिए भारी भरकम निवेश की बुनियाद तैयार की.
विदेश से अब तक कुल निवेश प्रस्ताव पर नजर डालें तो यूएई से 21622 करोड़, कनाडा और यूएसए से 21922.5 करोड़, नीदरलैंड और फ्रांस से 10704 करोड़, जापान और दक्षिण कोरिया से 25456 करोड़, जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से 176740 करोड़, मेक्सिको, ब्राजील और अर्जेंटीना से 1300 करोड़, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से 26120 करोड़ और यूके व यूएसए से 467106.415 करोड़ के प्रोजेक्ट प्रदेश को मिले हैं. इस तरह कुल 7.12 लाख करोड़ के निवेश का रास्ता साफ हो चुका है.
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इन देशों के प्रस्तावों नौकरियों के लिहाज से देखें तो यूएई के निवेश से 29435, कनाडा और यूएसए से 8195,नीदरलैंड और फ्रांस से 7060, जापान और दक्षिण कोरिया से 17000, जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से 49900, मेक्सिको, ब्राजील और अर्जेंटीना से 2700, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से 22250 और यूके व यूएसए के निवेश से 561450 लोगों को नौकरी मिल सकेगी. इस तरह कुल 702,390 लोगों को प्रदेश के विभिन्न सेक्टर में नौकरी का अवसर मिलेगा.
राजधानी में इस आयोजन की भव्य तैयारी की गई है. कार्यक्रम के लिए जो इनॉग्रल हॉल तैयार किया गया है वहां एक साथ 10,000 लोग इस भव्य आयोजन के साक्षी बनेंगे. ये हाल लगभग 10800 स्क्वायर मीटर में तैयार हुआ है. इसमें डेलिगेट्स के बैठने के लिए तीन अलग-अलग श्रेणी गोल्ड, सिल्वर और रेड बनाई गईं हैं.
इनॉग्रल हॉल के बाहर एक सैंड आर्ट तैयार की जा रही है. इस पर अयोध्या स्थित भव्य राम मंदिर का मॉडल, ओडीओपी प्रोडक्ट, जी-20 का लोगो, मेट्रो समेत उत्तर प्रदेश की अन्य खासियत की झलक देखने को मिलेगी. एक भव्य ड्रोन शो के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विकास को दिखाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले प्रदर्शनी स्थल पर जाएंगे. यहां कुल 11 हॉल तैयार किए गए हैं. खास बात ये है कि इन हॉल का नाम अलग-अलग नदियों गंगा, यमुना, सरयू, राप्ती आदि के नाम पर रखा गया है. इन हॉल में अलग-अलग विभागों की प्रदर्शनी के साथ ही अन्य देशों के स्टॉल भी होंगे.