भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर सरकार को आंदोलन की धमकी दी है. पहलवानों के समर्थन में रविवार को नई दिल्ली जाने से रोकने पर राकेश टिकैत ने कड़ी नाराजगी जताई है. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन को बड़ी चुनौती दी है.
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन ने उनके सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के घरों पर फोर्स लगा रखी है. प्रशासन या तो सुबह दस बजे तक फोर्स हटा ले, नहीं तो हम नई दिल्ली गाड़ी से नहीं बल्कि ट्रैक्टर से जाएंगे और जब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा तब तक वापस नहीं आएंगे.
उन्होंने कहा कि अभी हमने सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम तय किया है, इसलिए हमें जाने दिया जाए. उन्होंने कहा कि अगर सुबह तक फोर्स रही तो मैं रविवार को 11 बजे फिर लाइव आऊंगा. टिकैत की इस धमकी के बाद पुलिस विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है.
इस बीच दिल्ली पुलिस ने सिंघू और टिकरी बॉर्डर को बड़े पत्थरों के साथ सील कर दिया है. टिकैत की चेतावनी के बाद दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जनपद में भाकियू के ऐलान को लेकर पुलिस बेहद अलर्ट है. वहीं दिल्ली बॉर्डर को सील कर दिया गया है, जिससे भाकियू की चेतावनी के मद्देनजर कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की समस्या नहीं हो. भाकियू ने रविवार को हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ सभी जगहों से बड़ी तादाद में किसानों के दिल्ली बॉर्डर पर इकट्ठा होने की बात कही है.
भाकियू नेताओं ने कहा कि खाप चौधरी और कार्यकर्ता महिला पहलवानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर की और कूच करेंगे. कार्यकर्ता अपने वाहनों के साथ खतौली के भंगेला चेक पोस्ट पर एकत्रित होंगे और यहीं से गाजीपुर बॉर्डर दिल्ली जाएंगे. भाकियू प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली बॉर्डर सील किए जाने के कारण कार्यकर्ता पहले किसान आंदोलन के समय बनाए गए प्वाइंट पर जाएंगे. यहां पहुंचने के बाद आगे का फैसला किया जाएगा.
वहीं भाकियू के कार्यक्रम के मद्देनजर मुजफ्फरनगर में पुलिस ने संगठन से जुड़े लोगों के घर देर रात पहुंचकर घेराबंदी का प्रयास किया. विभिन्न थानों की पुलिस भाकियू के मुख्य पदाधिकारियों के घर पहुंची और उनको समझाने का प्रयास किया. पश्चिमी यूपी में कई जगह भाकियू नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है.