मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना थाना क्षेत्र के हुसैनपुर कला गांव में एक कंपाउंडर का शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) विनय गौतम के अनुसार परिजनों की शिकायत के बाद शव को कब्र से बाहर निकाला गया है.
सीओ ने रविवार को समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा को बताया कि सुहैल एक चिकित्सक के यहां कंपाउंडर के रूप में कार्य करता था. सुहैल के पिता द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस ने उसके शव को शनिवार को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. सीओ ने बताया कि सुहैल के पिता भूरा ने पुलिस को दी गई शिकायत में यह आरोप लगाया है कि पैसे के विवाद में उसके बेटे की हत्या कर दी गई, लेकिन 26 जून, 2022 को उसकी मौत का कारण दुर्घटना में हुई मौत बताया गया था और शव को दफना दिया गया था, उन्होंने बताया कि पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बेटे का शव कब्र से निकालने के लिए परिजनों ने शुक्रवार को मुजफरनगर मुख्यालय स्थित कलक्ट्रेट परिसर में धरना दिया था, जिसके बाद उन्हें शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जिला कलेक्टर ने आश्वासन दिया था. इधर, शनिवार को एसडीएम अरुण कुमार और सीओ विनय गोतम भारी पुलिस बल के साथ हुसैनपुर कलां गांव पहुंचे थे. पुलिस की देखरेख में शव को कब्र से बाहर निकाला गया, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
परिजनों ने शिकायत पत्र में बताया था कि उनका बेटा सुहैल गांव के एक चिकित्सक के यहां क्लिनिक चलाने का काम करता था, जहां उसने पांच लाख रुपये अमानत के तौर पर रखे थे. परिजनों के अनुसार सुहैल को 26 जुलाई को चिकित्सक और उसके दो साथी बाइक पर बैठा कर अपने साथ ले गए थे. वहीं देर रात होने पर परिजनों को सुहैल की बाइक दुर्घटना में घायल होने की सूचना दी और उन्हें अस्पताल आने को कहा था. वहीं, परिजनों के कहने के बावजूद भी चिकित्सकों ने सुहैला से फोन पर बात नहीं कराई. इसके कुछ देर बाद मेरठ के एक अस्पताल में सुहैल की मौत होने की सूचना मिली थी.