Firozabad: दोस्ती में एक दूसरे की मदद के लिए हर वक्त तैयार रहने से लेकर जान देने की बातें तो अक्सर लोग करते हैं. लेकिन, हकीकत में ऐसा देखने को कम ही मिलता है. यूपी के फिरोजाबाद में एक दोस्त ने इसे साबित कर दिखाया, अपने साथी की मौत से वह इस कदर गमगीन हुआ कि उसकी जलती हुई चिता में छलांग लगा दी और आखिरकार उसने भी बुरी तरह जलने के कारण दम तोड़ दिया.
मामला फिरोजाबाद में नगला खंगर थाना क्षेत्र के मढैया नादिया और गढिया पंचवटी गांव का है. यहां के रहने वाले अशोक और गौरव की गहरी दोस्ती थी. दोनों अक्सर एक दूसरे के साथ देखे जाते थे. लगभग 30 वर्ष पुरानी इस दोस्ती पर दोनों को नाज था. गांव के शादी समारोह से लेकर अन्य कार्यक्रमों में अक्सर उन्हें साथ देखा जाता था. इनकी जोड़ी बेहद मशहूर थी.
इस बीच कुछ समय पहले अशोक को कैंसर की बीमारी का शिकार हो गया. अशोक की तबीयत अक्सर खराब रहने लगी. दोस्त को इस हालत में देख गौरव उसके साथ ही अपना अधिकांश समय बिताता. उसे ठीक होने का भरोसा दिलाता. लेकिन, अशोक कैंसर से जिंदगी की जंग हार गया और उसकी शनिवार को मौत हो गई.
Also Read: UP Breaking News Live: प्रयागराज में ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से तीन की मौत, 15 लोग जख्मी
गौरव को जैसे ही अपने दोस्त की मौत की जानकारी मिली, वह बेहद गमगीन हो गया. सदमे के कारण वह बिलकुल शांत हो गया. अपने दोस्त की अंतिम विदाई के लिए वह उसके घर पहुंचा और गुमसुम दिखा. इसके बाद अन्त्येष्टि स्थल पर दोस्त की चिता को टकटकी लगाए देता रहा. यहां भी गौरव ने किसी से कोई बातचीत नहीं की.
वह गुमसुम रहा. चिता की धधकती आग के बीच गौरव बिलकुल शांत दिखा. कुछ समय बाद जब धीरे-धीरे करके लोग लौटने लगे, तब भी गौरव वहीं मौजूद रहा. उसने साथ जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद जब अधिकांश लोग जा चुके थे, तभी गौरव ने एक आत्मघाती निर्णय किया और अचानक दोस्त की चिता में छलांग लगा दी. देखते ही देखते गौरव आग की लपटों से घिर गया.
जिसने भी ये दृश्य देखा वह दहल गया. गौरव को अपने दोस्त की चिता में जिंदा जलते देख वहां हड़कंप मच गया. आसपास मौजूद लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की. लेकिन, आग की काफी तेज होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सके. इसके बाद किसी तरह अर्थी के बांस की मदद से गौरव को बाहर निकाला गया. हालांकि तब तक गौरव बुरी तरह जल चुका था.
आनन-फानन में लोग उसे लेकर अस्पताल के लिए गए. जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे आगरा रेफर कर दिया गया. लेकिन, अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में गौरव ने दम तोड़ दिया. इधर उसके दोस्त अशोक की चिता की राख ठंडी भी नहीं हो पाई थी और इसी चिता की अग्नि से जलकर गौरव ने जिंदगी को अलविदा कर दिया. गौरव की मौत के बाद हर किसी की जुबान पर इस दोस्ती की चर्चा है. अपने दोस्त का आखिरी वक्त तक साथ देने की बात करने वाला गौरव इस तरह ये वादा निभाएगा, किसी ने सोचा नहीं था.