बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा 28 सितंबर को बिहार आयेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आमंत्रण पर वे वैशाली के बुद्ध स्मृति स्तूप और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे. उनके आगमन से पहले वैशाली का बुद्ध स्मृति स्तूप और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निर्माण गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा करने की तैयारी शुरू हो गयी है. इसे लेकर गुरुवार को भवन निर्माण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी और कला -संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र राय और दोनों विभागों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई. साथ ही ठेकेदारों के साथ एक अलग बैठक हुई.
विश्वेश्वरैया भवन स्थित भवन निर्माण विभाग में आयोजित इस बैठक में बुद्ध स्मृति स्तूप और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय, नालंदा स्टेडियम सहित अन्य मुख्य परियोजनाओं पर चर्चा हुई. इनके निर्माण की बाधाओं को दूर करने को लेकर निर्देश दिये गये. सूत्रों के अनुसार इस मेगा परियोजना के निर्माण का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बार निरीक्षण किया था. साथ ही काम को गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था.
वैशाली का बुद्ध स्मृति स्तूप और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय कला- संस्कृति एवं युवा विभाग के अंतर्गत आता है. इसे बनाकर विभाग को सौंपने की जिम्मेदारी भवन निर्माण विभाग को दी गयी है. करीब 72 एकड़ इलाके में बन रहे इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब 301 करोड़ रुपये थी. इसके लिए वर्क ऑर्डर मार्च 2019 में जारी हुआ था. साथ ही अक्तूबर 2021 में इसे पूरा करने की अंतिम समय सीमा थी, लेकिन कोरोना संकट सहित तकनीकी वजहों से इसमें विलंब हुआ. इसके निर्माण के बाद इसे देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आयेंगे. इस स्थल को बौद्ध सर्किट से जोड़ कर बोधगया और वैशाली की सड़क से कनेक्टिविटी करने के लिए भी काम हो रहा है. अभी अधिकतर पर्यटक बोधगया से ही लौट जाते हैं.
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भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने गुरुवार को ट्वीट कर इस बैठक की जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, अवसरों एवं संभावनाओं से भरे बिहार का निर्माण, विभागीय सभाकक्ष में मंत्रिमंडल के सम्मानित साथी जितेंद्र राय की उपस्थिति में आयोजित बैठक में विभाग द्वारा कला संस्कृति एवं युवा विभाग से संबंधित कार्यान्वित योजनाओं के प्रगति कार्यों की विस्तृत समीक्षा की. इसमें योजनाओं के समयबद्ध तरीके से गुणवत्तापूर्ण निर्माण के लिए मौजूद अधिकारियों को यथोचित दिशा-निर्देश दिये.