Varanasi News: ठंड ने दस्तक दे दी है. सभी ने ठंड से बचने के लिए गर्म और ऊनी कपड़ों से खुद को सुरक्षित करने के लिए उपाय करने शुरू कर दिए हैं. मगर भगवान को भी तो ठंड लगती है, इसका ध्यान भगवान के भक्तों को खूब है. इसीलिए शहर में इंसानों के गर्म कपड़ों की बिक्री के साथ-साथ भगवान के लिए भी ऊनी कपड़ों को भक्त खूब खरीद कर रहे हैं.
काशी में भक्तगण अपने भगवान को ठिठुरने से बचाने के लिए ऊनी कपड़ों की खरीद दुकानों से कर रहे हैं. भक्ति-भाव में डूबा भगवान के प्रति भक्तों का यह भाव उन्हें अपने लड्डू गोपाल को सर्दी से बचाने के लिए ऊनी कपड़ों की दुकानों की तरफ खींच ले आ रहा है. श्रद्धालु अपने लाडले ठाकुर जी सहित अन्य देव विग्रहों को ठंड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र धारण करा रहे हैं.
Also Read: Varanasi News: आज से तीन दिन तक काशी विश्वनाथ का दर्शन नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु, जानिए वजह
भगवान हर मुसीबत से अपने भक्तोंं को उबारते हैं तो उनके भक्त भला अपने भगवान को कैसे ठंड में ठिठुरने दें. दुर्गाकुंड सहित कई दुकानों पर भगवान के वस्त्र मिलते हैं. वहां के संचालक गणेश पटेल का कहना है कि सर्दियों की शुरुआत के साथ ही ऊनी और गर्म पोशाकों की डिमांड बढ़ गई है.
आस्था और भावना से भरे भक्तों ने अपने घर में विराजमान कृष्ण के बाल रूप लड्डू-गोपाल के लिये दुकानों पर आकर ऊनी पोशाकों की खरीददारी शुरू कर दी है. ना सिर्फ काशीवासी बल्कि देश-विदेश से आए भक्तगण भी इन गरम पोशाकों की खरीददारी कर रहे हैं. वैसे तो बाजार में फैदर की पोशाक भी खरीदी जा रही है, लेकिन सबसे अधिक मांग ऊनी पोशाकों की है. इसके साथ लड्डू-गोपाल के लिये रजाई-गद्दे और ऊनी कैप की भी खूब बिक्री हो रही है.
बाजार में तरह तरह डिजायन के कंबल, स्वटेर, टोपी, साल, रजाई और गड्ढे समेत ऊनी कपड़े बिक रहे हैं. भक्त भी भगवान के लिए दुकानों पर बहुत चाव से श्रृंगार के सामान के साथ कलरफुल गर्म कपड़ों को खरीद रहे हैं.
Also Read: काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का 13 दिसंबर को रंगपुख योग में उद्घाटन, पवित्र नदियों के जल से होगा अभिषेक
(रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)