वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ पुलिस चौकी पर आज उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक बुजुर्ग महिला थाने में बंदूक लेकर पहुंची. महिला के हाथ में बंदूक देखकर एक वक्त तो सारे पुलिसकर्मी हैरान रह गये. हालांकि बाद में महिला की पूरी बात सुनने के बाद वह उसकी मुरीज हो गये.
दरअसल हुआ यूं कि थाने पर पहुंची 70 वर्षीय वृद्ध महिला अपने मृत पति के नाम से ली गई इस बंदूक को विधानसभा चुनाव के निर्देशस्वरूप जमा करने आई थी. महिला ने कई बार अपने बेटों से भी इस बात का जिक्र किया. जब बेटों ने उसकी नहीं सुनी तो वह खुद बंदूक लेकर थाने पहुंची थी. पुलिस ने भी वृद्धा से बंदूक कब्जे में लेकर उन्हें रिसीविंग देकर वापस लौटा दिया है.
70 वर्षीय वृद्धा लालती देवी का कहना है कि प्रशासन की ओर से आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए शस्त्र जमा करने का आदेश दिया गया था, लेकिन उनके बेटे थाने पर बंदूक जमा करने से कतरा रहे थे. जिसकी वजह से हरहुआ चौकी पर उन्हें खुद आना पड़ा. लालती देवी ने बताया कि उनके पति ज्ञान प्रकाश आर्मी में तैनात थे और रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने अपने नाम से एक बंदूक का लाइसेंस लिया. वे मंगारी सेंट्रल बैंक में गार्ड की नौकरी करते थे. 5 साल पहले उनके पति की मौत हो चुकी है. मौत के पहले उनके पति ने बच्चों से लाइसेंस अपने नाम ट्रांसफर करवाने को कहा, लेकिन बच्चे तैयार नहीं हुए.
उन्होंने कहा कि प्रशासन के आदेश की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने शस्त्र को जमा करना आवश्यक समझा. पुलिस को भी लालती देवी का घर खोजने में काफी परेशानी हुई थी. इसलिए पुलिस के आदेश के अनुसार उन्होंने इस मामले में कोई लापरवाही बरतना ठीक नहीं समझा. पुलिस का भी कहना था कि उन्होंने कई बार फोन द्वारा शस्त्र जमा करने के लिए लालती देवी के बेटों को कहा, लेकिन0कोई नहीं आया. इसलिए आज लालती देवी स्वयं थाने पर आकर शस्त्र जमा कर के गयी है. लालती देवी के इस कदम की पुलिसकर्मी प्रशंसा भी कर रहे हैं.
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