Kashi Vishwanath Corridor: लंबे समय से जिस काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन का सभी बेसब्री से इंतज़ार कर कर रहे थे सोमवार को वह सम्पन्न हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पीच में देश को तीन सूत्र देकर उन्हें अपनाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा, ‘देश को विकास के पथ पर लाने के लिए स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भता का संकल्प लेना होगा.’ आइए, स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होने वाली काशी के नज़ारों को देखें…
लोकार्पण कार्यक्रम के लिए काशी में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई. काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के इलाकों को एसपीजी ने अपने घेरे में ले लिया. एयरपोर्ट से बाबा के मंदिर तक के रास्ते पर भी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया. पीएम मोदी यहां पर पूजा भी करेंगे. पीएम के स्वागत के प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गवर्नर आनंदीबेन पटेल बाबतपुर स्थित एयरपोर्ट पहुंचे थे.
यूं तो योजना यही थी कि पीएम नरेंद्र मोदी को बाबतपुर एयरपोर्ट से पूजास्थल तक हेलीकॉप्टर से पहुंचना था. मगर वाराणसी में धुंध के चलते इस योजना को बदलना पड़ गया. अंत में वे काफिले के साथ बाई रोड ही काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव के मंदिर पहुंचे. इस बीच चारों ओर उनके दीदार के लिए जनता उमड़ी रही.
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का लोकार्पण करने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी की एक झलक पाने के लिए काशी के सड़कों पर बनारस में उनके दीवाने सड़क पर उतर आए थे.
पीएम मोदी काशी के कोतवाल काल भैरव के दर्शन करने पहुंचे. यहां पर पीएम मोदी ने आरती की. पीएम मोदी यहां से खिड़किया घाट के लिए निकले. काल भैरव मंदिर में पीएम के साथ सीएम भी मौजूद रहे.
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का लोकार्पण करने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी की एक झलक पाने के लिए काशी के सड़कों पर बनारस में उनके दीवाने सड़क पर उतर आए थे. इस बीच असहज स्थिति तब बन गई जब वे सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों के बीच पहुंच गए. इस बीच एसपीजी के अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ी.
इस बीच वाराणसी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की सुरक्षा और लोगों की भीड़ उमड़ी दिखी. सभी पीएम नरेंद्र मोदी के काफिले का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. सुरक्षाकर्मियों को इस बीच काफी सजगता बरतनी पड़ी.
काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरवनाथ के मंदिर से लौट रहे थे तो उनकी सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चूक हो गई. रास्ते में उन्हें काशीवासियों ने पगड़ी पहनानी चाही. मगर वे एसपीजी के जवानों ने लोगों को रोक लिया. इस बीच पीएम मोदी ने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए उन लोगों को पास आने दिया और उनकी दी पगड़ी पहनी. हालांकि, इस बीच उनकी सुरक्षा में तैनात एसपीजी के जवान सजग हो गए. इसके बाद थोड़ा सा आगे ही बढते उनके साथ सेल्फी लेने के लिए लोग उमड़ पड़े. यहां भी उन्होंने किसी आने से नहीं रोका.
पीएम मोदी खिड़किया घाट पर क्रूज में सवार हुए. पीएम इस क्रूज से सभी घाटों का निरीक्षण करते हुए ललिता घाट से गंगाजल लेकर बाबा के दरबार में पहुंचे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ललिता घाट पहुंचे. पीएम यहां पर गंगाजल लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचे. बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने कॉरिडोर का लोकार्पण किया.
हाथों में गंगाजलगंगाजल का कलश लिए पीएम नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे थे. इस बीच 151 कलाकार डमरू बजाकर उनका स्वागत कर रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा विश्वनाथ दरबार में पूजा अर्चना करने पहुंचे. पीएम मोदी का यहां पर 151 डमरू बजाकर स्वागत किया गया. पीएम पूजा अर्चना कर लोकार्पण के लिए निकले.
देश में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर का करीब 352 साल के बाद लोकार्पण किया जा रहा है. पूरे देशभर के लोग आज काशी में हो रही हर हलचल पर अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं. ऐसे में अपने फैशनेबल परिधान को लेकर हमेशा ही देश-दुनिया में चर्चा में रहने वाले पीएम मोदी ने भी कुछ खास कपड़ा पहन रखा है. वे गले में लंबी सी रूद्राक्ष की माला धारण किए हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. उन्होंने मंत्रोच्चारण के बीच 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा विश्वनाथ पर चढ़ाकर आशीर्वाद लिया. इसके बाद वे मंदिर के निर्माण कार्य में पसीना बहाने वाले मजदूरों पर फूल बरसा कर उनका स्वागत किया.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करते पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य.
हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में विरोधी दलों को समेटते हुए देश में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की. वे वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण करने के लिए पहुंचे हुए थे. गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग की पूजा-अर्चना करने के बाद वे कार्यक्रम में मौजूद लोगों से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा, ‘ये सिर्फ संयोग नहीं है कि काशी ने जब भी करवट ली है तो देश का भाग्य भी बदला है.’ उन्होंने देश को तीन सूत्र दिए-स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भरता का.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘गुलामी के लंबे कालखंड में हम भारतीयों का आत्मविश्वास ऐसा तोड़ा गया कि हम अपने सृजन पर ही विश्वास खो बैठे थे. आज मैं काशी से हर देशवासी का आव्हान करता हूं कि पूरे आत्मविश्वास से सृजन कीजिए.’