Varanasi News: वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को सोमवार को बड़ी सफलता हाथ लगी. नीट-यूजी की परीक्षा में सॉल्वर गैंग की मदद से बेटी को डॉक्टर बनाने का सपना देखने वाले पिता और पुत्री को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया, जिसके बाद न्यायालय द्वारा गोपाल विश्वास को न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार, वाराणसी किशोर न्यायालय द्वारा नाबलिग छात्रा को राजकीय संप्रेक्षण गृह, बाराबंकी भेजा गया.
त्रिपुरा निवासी गोपाल विश्वास को और उसकी पुत्री को वाराणसी कमिश्नरेट थाना सारनाथ की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार त्रिपुरा निवासी गोपाल विश्वास ने पुलिस को बताया कि वो त्रिपुरा में मेडिकल स्टोर के मालिक हैं. गोपाल ने अपनी बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के लिए प्रदीप्त भट्टाचार्य और मृत्युंजय देवनाथ से मुलाकात हुई. इन लोगों ने गोपाल विश्वास की मुलाकात नीलेश उर्फ PK और ओसामा शाहिद से कराई.
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सॉल्वर की मदद से बेटी को परीक्षा में पास कराने को लेकर गोपाल की सॉल्वर गैंग से 50 लाख रुपये में डील फाइनल हुई. पांच लाख रुपये एडवांस भी तुरंत दे दिया. 5 लाख का भुकतान बैंक द्वारा इनके अकाउंट में किया गया. यह राशि प्रदीप्त, मृत्युंजय और नीलेश उर्फ PK के बैंक अकाउंट में जमा किया गया. गोपाल विश्वास के पुत्री के स्थान पर सॉल्वर गैंग की मदद से परीक्षा दिलाने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के BDS द्वितीय वर्ष की छात्रा कुमारी जुली के साथ फोटो मिक्स कराकर फ्रॉम भरवाया.
12 सितंबर 2021 को राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा के दौरान वाराणसी पुलिस ने गोपाल विश्वास की पुत्री की जगह परीक्षा दे रही कुमारी जुली और उनकी मां को गिरफ्तार किया था. पुलिस के द्वारा पूछताछ में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ हुआ था.
गोपाल विश्वास ने बताया कि आस- पड़ोस को और परिवार को विश्वास दिलाने के लिए कि पुत्री ने नीट एग्जाम दी है. गोपाल अपनी पुत्री को 9 तारीख को अगरतला से फ्लाइट द्वारा दिल्ली ले गया जबकि परीक्षा का सेंटर बनारस था. दिल्ली में तीन दिन घूमने के बाद 13 तारीख को त्रिपुरा पहुंचा. गोपाल को त्रिपुरा पहुंचने पर मृत्युंजय और प्रदीप्त ने कुमारी जुली के पकड़े जाने की जानकारी दी.
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रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी