Jewar Airport Bullet Train: उत्तर प्रदेश के जेवर में पीएम नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया था. एयरपोर्ट के पहले फेज के 2024 तक ऑपरेशनल होने का अनुमान है. खास बात यह है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल रूट से भी जोड़ा जाएगा. इस अहम परियोजना के साल 2030 तक पूरा होने का अनुमान है.
दुनिया के चौथे और एशिया के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दिल्ली के सरायकाले खां से दूरी करीब 70 किलोमीटर है. एयरपोर्ट आगरा से 130 किलोमीटर, ग्रेटर नोएडा से 28 और नोएडा से 40 किलोमीटर की दूरी पर है. न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक जेवर (नोएडा) इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए यात्रियों को पॉड टैक्सी, मेट्रो, गाड़ियों के साथ बुलेट ट्रेन की सुविधा भी दी जाएगी.
दिल्ली और उत्तर प्रदेश के यात्रियों के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक आने के लिए हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट को ध्यान में रखते हुए बुलेट ट्रेन चलाने की प्लानिंग की जा रही है. ट्रेन की शुरुआत राजधानी दिल्ली के सरायकाले खां से होगी. इसके बाद यह ट्रेन 20 मिनट में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंच जाएगी. यहां से खुलकर प्रस्तावित बुलेट ट्रेन मथुरा, आगरा, न्यू इटावा, साउथ कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज और न्यू भदोही के रास्ते से होते हुए वाराणसी जंक्शन पर पहुंच जाएगी.
दिल्ली-वाराणसी रूट की प्रस्तावित बुलेट ट्रेन की यात्रा 865 किलोमीटर की होगी. ट्रेन दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड रेल रूट पर 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. दिल्ली से एक घंटे में बुलेट ट्रेन लखनऊ पहुंचेगी. इसके बाद लखनऊ से वाराणसी पहुंचने में एक घंटे लगेंगे. मतलब दिल्ली से वाराणसी की यात्रा दो घंटे में पूरी हो जाएगी. इस प्रोजेक्ट पर 2.3 लाख करोड़ खर्च होने का अनुमान है. यह प्रोजेक्ट 2030 तक पूरा हो सकता है. इस बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर कोई खबर नहीं आई है.