आजमगढ़ : दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होनेवाले लोगों के छिपे होने की आशंका के मद्देनजर उनकी खोजबीन कर कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए जिला प्रशासन ने अनोखा तरीका निकाला है. पुलिस अधीक्षक ने जिले में छिपे जमात कार्यकर्ताओं की तलाश के लिए पांच हजार रुपये की ईनाम की घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि मस्जिदों-मदरसों या घरों में छिपे जमात कार्यकर्ताओं की जानकारी या सूचना देनेवालों को पांच हजार रुपये का ईनाम दिया जायेगा.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जिले में पहुंचे प्रतिनिधियों के लापता हो जाने के बाद पुलिस ने इनकी जानकारी देने पर इनाम की घोषणा की है. पुलिस ने अब तक विभिन्न मदरसों, मस्जिदों और घरों में छिपे 33 जमात कार्यकर्ताओं का पता लगाकर उनकी जांच कराई तथा उन्हें पृथक वास में रहने को भेज दिया है. इस बीच, पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि अब भी अधिकतर प्रतिनिधि मस्जिदों/ मदरसों और घरों में छिपे बैठे हैं. उनकी जानकारी प्रशासन को नहीं मिल पा रही है. इसके बाद पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं की जानकारी देने पर ईनाम की घोषणा की है.
पुलिस अधीक्षक ने इन लोगों के बारे में जानकारी देने वालों को पांच हजार रुपये इनाम की घोषणा की. वहीं, जिलाधिकारी ने एहतियातन जिले के 26 स्थानों को विशेष क्षेत्र घोषित कर घर-घर स्क्रीनिंग का कार्य कराना शुरू कर दिया है. इनमें खास तौर से करीब दो महीने तक घर के प्रत्येक सदस्य के यात्रा विवरण, सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ ही परिवार के बुजुर्ग सदस्यों का ब्योरा दर्ज किया जायेगा. पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने कहा कि जमात के कई कार्यकर्ता अब भी छिप रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनसे अपील की है कि अगर आप अब भी सामने आ जाते हैं, तो आपके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन अगर इसकी जानकारी किसी अन्य माध्यम से सही मिलती है, तब किसी को बख्शा नहीं जायेगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने बताया कि सूचना देनेवालों को पांच हजार रुपये का ईनाम भी दिया जायेगा और उनका नाम-पता गुप्त रखा जायेगा. इधर, जिलाधिकारी एनपी सिंह ने बताया कि मुबारकपुर को जिले का सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र मान कर उसे सील कर दिया गया है. यहां चार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं. हालांकि, तीन मरीजों की दूसरी रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. मुबारकपुर को सील कर तीन किलोमीटर की परिधि में स्क्रीनिंग और संक्रमण मुक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है. वहीं, जिले के विभिन्न स्थानों को विशेष सतर्कता जोन घोषित कर वहां भी स्क्रीनिंग का कार्य शुरू करा दिया गया है.