Varanasi News: पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले में हुए नरसंहार के विरोध में वाराणसी में विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउण्डेशन ने लमही स्थित सुभाष मंदिर के सामने ममता बनर्जी का पुतला फूंक कर आक्रोश व्यक्त किया. विशाल भारत संस्थान की सुभाषवादी महिलाओं ने आक्रोशित होकर ममता बनर्जी के विरोध में कहा, ‘दो बच्चे जिंदा जला दिए गए. ममता तुम्हें माफी नहीं मिलेगी. जेहादियों ने महिलाओं और बच्चों को घर में बंद कर जिंदा जला दिया. अब जेहादियों की कट्टरता आजाद भारत के लिए कलंक बन चुकी है. इसके लिए जेहादियों को खुली छूट देने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार है.’
पश्चिम बंगाल में 12 लोगों को कमरे में बंद करके जिंदा जला देने की घटना से नाराज काशी के सामाजिक संगठनों ने ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउण्डेशन ने लमही स्थित सुभाष मंदिर के सामने ममता बनर्जी का पुतला फूंक कर आक्रोश व्यक्त किया. इस बीच उन्होंने मीडिया से कहा कि तालिबानी सोच के जेहादियों ने पश्चिम बंगाल में आतंक मचा रखा है, महिलाओं और बच्चों के लिए असुरक्षित होता जा रहा बंगाल हैवानियत को गवाही दे रहा है. तड़प–तड़प कर मरने वाले छोटे–छोटे बच्चे जलाकर राख कर दिए गए. इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. महिलाओं ने ममता बनर्जी के सेकुलर होने के नाटक का पटाक्षेप किया और ममता के निर्दयता और पाप की कड़ी निंदा की.
मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने ममता बनर्जी के पुतले में आग लगाया और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को धिक्कारते हुए कहा, ‘ममता बनर्जी की करतूत से शर्मसार हुआ देश, फूंके बच्चे, जलाई मांएं उजाड़ दिया प्रदेश. सुभाष की पावन धरती को ममता ने किया बर्बाद, ममता की वजह से शुरू हुआ बंगाल में जिहाद.’ ऐसे कई नारे लगाए गए. उन्होंने कहा कि आग से जलते तड़पते बच्चों की सिसकियां पूरा देश सुन रहा है, लेकिन ममता, राहुल, प्रियंका, अखिलेश को नहीं सुनाई दे रही है. सेकूलर नेताओं की जमात जिहादियों की गुलाम बन चुकी है. अब बंगाल नहीं जाएंगे घड़ियाली आंसू बहाने. बच्चों की हत्या से सभी को तकलीफ है सिवाय जिहादियों के समर्थकों के. विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि जिहादियों के हवाले पश्चिम बंगाल को कर दिया गया है, महिलाओं और बच्चों को खुलेआम दरवाजा बंद करके जिंदा जलाया जा रहा है ताकि बच्चों की चीख सुनाई न दे. वीरभूमि जिला जिहादियों के आतंक का गवाह बन चुका है.
रिपोर्ट : विपिन सिंह