Varanasi News: बाबा विश्वनाथ को सावन का महिना सबसे प्रिय और उससे भी ज्यादा प्रिय है सावन के सोमवार का दिन. आज सावन का दूसरा सोमवार है. सावन के दूसरे सोमवार को रिमझिम फुहारों के बीच बाबा अपने भक्तो को दर्शन दे रहे हैं. सुबह मंगला आरती के बाद गर्भगृह का पट खुलते ही पूरा काशी विश्वनाथ धाम हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा है.
सावन में ऐसी मान्यता है कि इस महीने में जल चढ़ानेऔर बेल पत्र अर्पित करने मात्र से ही भगवन शंकर का आशीर्वाद प्राप्त होता है. द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रथम भगवान विश्वेश्वर के नगरी काशी शिव भक्तों के हर- हर महादेव के नारों से गूंज रही है. पूरी काशी में चारो ओर सिर्फ बोल बम -बोल बम के गगन भेदी स्वर गूंज रहे हैं. मंदिर को जाने वाले सारे रास्तों पर सिर्फ केसरिया ही केसरिया का नजर आ रहा है. हाथो में गंगा जल की लुटिया और पुष्प के साथ प्रत्येक भक्त के मन में बाबा विश्वनाथ के प्रति अटूट श्रद्धा और आस्था नजर आ रही है.
सावन में शिव की नगरी काशी अलौकिक नगरी के रूप में परिवर्तित हो जाती है. कहते हैं कि काशी के कण कण में शंकरविराजमान रहते हैं. इधर, पहाड़ों पर जमकर हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ाता जा रहा है. वाराणसी में मां गंगा का जलस्तर बाढ़ के चेतवानी बिंदु से 8 मीटर नीचे है. वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं. घाटों पर पुलिस के जवान लगातार अनाउंसमेंट कर के लोगों को गहरे पानी में जाने से रोक रहे हैं.
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने जल पुलिस एनडीआरएफ की बटालियन और पीएसी के जवानों को बाढ़ राहत दल को विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा है. सावन के मद्देनजर काशी विश्वनाथ धाम के आसपास के इलाको में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. महिला और पुरुष पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में तैनात किए गए हैं. इसके अलावा एटीएस के कमांडो बम निरोधक दस्ता और डॉग के साथ ही माहौल पर नजर रखने के लिए लोकल इंटेलिजेंस यूनिट तैनात है.
रिपोर्ट-विपिन सिंह