Varanasi News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता के अनुपालन में जिले के सीमाओं पर तैनात एसएसटी लगातार चेकिंग कर मादक पदार्थों की धर-पकड़ कर रही है. जहां जंसा थाना क्षेत्र के सेवापुरी विधानसभा की एसएसटी टीम ने चेकिंग के दौरान एक व्यापारी के पास से साढ़े चार लाख रुपये जब्त किये है. पुलिस ने मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आज सभी आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया जाएगा.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में एडिशनल एसपी और एडीएम की संयुक्त जांच की टीम बनाई गई थी. टीम की ओर से जांच में सामने आया कि एसएसटी टीम ने 4.5 लाख रुपये कब्जे में लिए गए. नियम अनुसार उस पैसे को जमा कराना था, लेकिन एसएसटी टीम ने जमा नहीं करके अपने पास रख लिया गया. इस पूरी घटना में एसएसटी टीम के 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर के सभी को निलंबित कर दिया गया है और 5 पुलिस कर्मियों सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रकरण को लेकर गिरफ्तार अभियुक्तों में मुकेश कुमार कुशवाहा CDPO, बाल विकास विभाग, विद्यार्थी सिंह उप निरीक्षक, जटा शंकर पांडे, हेड कांस्टेबल, संजय कुमार कांस्टेबल, अमित सिंह यादव कांस्टेबल, सौरभ सेठ वीडियो ग्राफर, गोरख यादव ड्राइवर शामिल हैं. सभी को जंसा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आज अदालत में पेश किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार भदोही के आनंद नगर अहमदगंज निवासी व्यापारी वीर चोरसिया अपने मित्र उमेश यादव के साथ बाइक से वाराणसी आ रहा था. व्यापारी ने अपने बैग में 8.5 लाख रुपए रखे हुए थे. जंसा थाना क्षेत्र के सेवापुरी विधानसभा की स्टैटिक सर्विलांस टीम स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ चेकिंग कर रही थी. टीम की ओर से व्यापारी वीर चोरसिया और उसके साथी को रोक कर तलाशी ली. तलाशी के दौरान टीम को व्यापारी के पास से 8.5 लाख मिला. टीम ने व्यापारी से पैसे से संबंधित कागजात पेश नहीं कर पाया.
एसएसटी टीम ने व्यापारी के 4.5 लाख रुपए अपने पास रख लिए और व्यापारी से कहा कि इनकम टैक्स ऑफिस जाकर टैक्स में उचित जवाब दे कर अपने पैसे को वापस ले लेना. व्यापारी वीर चोरसिया को इनकम टैक्स की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली. जिसके बाद व्यापारी ने जंसा थाने को इस पूरे घटना की जानकारी दी. जांच की तो जानकारी मिली कि चुनाव से जुड़ी एसएसटी टीम का मामला है. जंसा थानाध्यक्ष ने पूरे प्रकरण की जानकारी जिला मजिस्ट्रेट और ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को सूचना दी. इस पूरे प्रकरण में एडिशनल एसपी और एडीएम की संयुक्त जांच की टीम बनाई गई.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी