आला हज़रत की शोहरत फोटो- वीडियो से नहीं, दुनिया में इल्म से, बच्चियों को मोबाइल से दूर रखने की ताकीद
Bareilly News: फाजिल-ए-बरेलवी इमाम अहमद रजा खां के 105 वें उर्स-ए-रजवी के मौके पर शहर के इस्लामिया कॉलेज मैदान, और मदरसा जमीयतुर्रजा में उलमा ने तकरीर की.मुरादाबाद के कारी सखावत मुरादाबादी ने तकरीर में कहा कि हिंदुस्तान में इस्लाम तलवार से नहीं. बल्कि, सूफी संतों के किरदार से फैला है.
Bareilly News: फाजिल-ए-बरेलवी इमाम अहमद रजा खां के 105 वें उर्स-ए-रजवी के मौके पर शहर के इस्लामिया कॉलेज मैदान, और मदरसा जमीयतुर्रजा में उलमा ने तकरीर की.मुरादाबाद के कारी सखावत मुरादाबादी ने तकरीर में कहा कि हिंदुस्तान में इस्लाम तलवार से नहीं. बल्कि, अजमेर के ख़्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती, बरेली के आला हजरत, और सूफी संतों के किरदार से फैला है.आला हज़रत की शोहरत फोटो, वीडियो या सोशल मीडिया से नही. बल्कि,उनके इल्मी किरदार,और उनके द्वारा लिखी गई 1300 किताबों से फैली है.तंजानिया देश के मुफ्ती फैज़ रज़ा तंजानिया ने कहा कि आला हज़रत से एशिया के ही नहीं,बल्कि, यूरोप,अमेरिका,और आस्ट्रेलिया के लोग भी फैज़ पा रहे है.उन्होंने कहा कि बेटी को अच्छा खिलाएं,अच्छा पहनाएं, अच्छी तालीम दें, लेकिन, मोबाइल से बचाए.नौजवान सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करें.मौलाना मुख्तार बहेड़वी ने कहा कि आज मुसलमान लड़कियों के बहकने की बड़ी वजह,उन्हें दीन से दूर रखना है.अपनी बेटियों को हमे बचाने की ज़रूरत है.