18 नवंबर को नहाय-खाय के साथ ही छठ महापर्व शुरू हो जाएगा. छठ व्रती इस दिन कद्दू भात और चना का दाल खाएंगी. अगले दिन यानी 19 नवंबर की शाम को खरना होगा. विशेष प्रसाद बनेगा जिसे खाकर छठ व्रती अगले 2 दिन के लिए निर्जला उपवास पर चली जाएंगी. षष्ठी 20 नवंबर को रात 9 बजकर 29 मिनट तक रहेगा. 21 नवंबर को सूर्योदय के वक्त अर्घ्य देने का शुभ योग सुबह 6 बजकर 48 मिनट पर है.
Posted By- Suraj Thakur