पश्चिम बंगाल की 100 सीटों पर पीरजादा अब्बास सिद्दीकी का असर, चुनाव में फुरफुरा शरीफ इतना खास क्यों है?
Pirzada Abbas Siddiqui: पश्चिम बंगाल के चुनाव (West Bengal Election) में फुरफुरा शरीफ (Furfura Sharif) का नाम काफी ज्यादा लिया जा रहा है. टीएमसी, कांग्रेस (TMC, Congress) से लेकर बीजेपी के नेताओं के मुंह पर फुरफुरा शरीफ का नाम है. सवाल का जवाब जानने के लिए आपको फुरफुरा शरीफ के पॉलिटिकल कनेक्शन को समझना होगा.
Pirzada Abbas Siddiqui: पश्चिम बंगाल के चुनाव (West Bengal Election) में फुरफुरा शरीफ (Furfura Sharif) का नाम काफी ज्यादा लिया जा रहा है. टीएमसी, कांग्रेस (TMC, Congress) से लेकर बीजेपी के नेताओं के मुंह पर फुरफुरा शरीफ का नाम है. सवाल का जवाब जानने के लिए आपको फुरफुरा शरीफ के पॉलिटिकल कनेक्शन को समझना होगा. दरअसल, चुनाव के पहले बंगाल को लेकर कांग्रेस में सिर-फुटौव्वल की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस नेतृत्व से नाराज नेताओं ने जी-23 (G-23) बनाया है. मतलब गांधी 23. इसमें शामिल पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने बंगाल में पीरजादा अब्बास सिद्दीकी (Pirzada Abbas Siddiqui) की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (Indian Secular Front) को कांग्रेस और लेफ्ट पार्टी के गठबंधन में शामिल करने पर नाराजगी जताई है. आनंद शर्मा ने कांग्रेस के गठबंधन को विचारधारा के विपरीत करार दिया है. सारे विवाद की जड़ हैं 38 साल के मौलाना पीरजादा अब्बास सिद्दीकी.