बिहार चुनाव में एक नाम हर किसी की जुबां पर है और वो नाम है चिराग पासवान. चिराग पासवान एक ऐसे नेता हैं जिनको पिता रामविलास पासवान के नाम ने राजनीति में आगे बढ़ाया. आज चिराग पासवान बिहार के सियासी समर में अकेले उतरे हैं. एक तरफ एनडीए है तो दूसरी तरफ महागठबंधन और सामने चिराग पासवान. एक ऐसा नेता जो एक साथ कई मोर्चे पर अकेले लड़ रहा है. उनके पिता रामविलास पासवान ने बिहार और देश भी की राजनीति में एक खास मुकाम हासिल किया है. आज चिराग पिता रामविलास पासवान की गैरमौजूदगी में लोजपा के साथ अपने वजूद को तलाश रहे हैं.
मैं नहीं चाहता की मेरी वजह से प्रधानमंत्री @narendramodi जी किसी धर्मसंकट में पड़े। वे अपना गठबंधनधर्म निभाए।आदरणीय मौजूदा मुख्यमंत्री @NitishKumar जी को संतुष्ट करने के लिए मेरे ख़िलाफ़ भी कुछ कहना पड़े तो निस्संकोच कहे।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 18, 2020
चिराग पर बीजेपी से लेकर जेडीयू तक हमलावर है. वजह हैं पीएम मोदी. चिराग पासवान कई बार पीएम मोदी के लिए दिल का रिश्ता रखने की बात कह चुके हैं. चुनावी समर में जेडीयू, हम, वीआईपी के साथ उतरी बीजेपी चिराग और लोजपा को पीएम मोदी के नाम और तस्वीर को प्रचार में इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दे चुकी है. इसी बीच पिता के श्राद्धकर्म में उलझे चिराग ने रविवार को पलटवार किया. उन्होंने बांटों और राज करो का आरोप लगाते हुए बीजेपी से उनकी और लोजपा की दूरी बढ़ाने का आरोप लगाया.