बिहार: बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ठीक हो रहे मरीज, वैक्सीन के ट्रायल ने बढ़ायी काफी उम्मीदें
बिहार में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच कुछ अच्छी खबर भी हैं. एक तरफ एंटीजन टेस्ट बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. दूसरी तरफ वैक्सीन को लेकर भी अच्छी खबरें सामने आई है. पहले बात कोरोना संक्रमण की. बिहार में कोरोना संक्रमण बुधवार की सुबह 43,581 के पार हो गया. जबकि, 29 हजार से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं. भारत में नवंबर के आखिर तक कोरोना वैक्सीन के उत्पादन शुरू होने की बात कही जा रही है. वहीं, पटना एम्स में हो रहे वैक्सीन ट्रायल से सकारात्मक नतीजे सामने आये हैं. पहले डोज लेने वालों पर किसी तरह का साइड इफेक्ट्स नहीं मिला है. वहीं, 29 जुलाई को दूसरी डोज देने की प्रक्रिया भी शुरू की गयी है. दावा किया जा रहा है कि सबकुछ ठीकठाक रहा तो साल के आखिर तक स्वदेशी वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा. फिलहाल, वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल जारी है.
बिहार में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच कुछ अच्छी खबर भी हैं. एक तरफ एंटीजन टेस्ट बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. दूसरी तरफ वैक्सीन को लेकर भी अच्छी खबरें सामने आई है. पहले बात कोरोना संक्रमण की. बिहार में कोरोना संक्रमण बुधवार की सुबह 43,581 के पार हो गया. जबकि, 29 हजार से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं. बिहार में लगातार कोरोना संक्रमित ठीक हो रहे हैं और हर दिन ग्राफ सुधरता जा रहा है. चिंता की बात यह है कि राजधानी पटना में संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है. पटना में कोरोना संक्रमितों की संख्या सात हजार से ज्यादा हो चुकी है. इसी बीच 4,000 से ज्यादा मरीज ठीक भी हुए हैं. वहीं, राजधानी पटना में बढ़ते कोरोना को देखते हुए पाटलिपुत्र अशोक होटल को हॉस्पिटल के रूप में बदला जा रहा है. अभी 25 बेड लगाये गये हैं. सभी को ऑक्सीजन से लैस किया गया है. कोशिश संक्रमितों को तत्काल इलाज देने की है. खास बात यह है कि बिहार में रोजाना एंटीजन किट से 12,000 जांच का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही बिहार में प्रतिदिन कोरोना जांच की क्षमता 25 हजार से अधिक हो जायेगी. स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में कोरोना जांच के लिए किट उपलब्ध करवा दिया है. इससे हर दिन 20,000 सैंपल की जांच संभव हो जायेगी. अब बात करते हैं कोरोना वैक्सीन को लेकर क्या हो रहा है? दरअसल, भारत में नवंबर के आखिर तक कोरोना वैक्सीन के उत्पादन शुरू होने की बात कही जा रही है. वहीं, पटना एम्स में हो रहे वैक्सीन ट्रायल से सकारात्मक नतीजे सामने आये हैं. पहले डोज लेने वालों पर किसी तरह का साइड इफेक्ट्स नहीं मिला है. वहीं, 29 जुलाई को दूसरी डोज देने की प्रक्रिया भी शुरू की गयी है. दावा किया जा रहा है कि सबकुछ ठीकठाक रहा तो साल के आखिर तक स्वदेशी वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा. फिलहाल, वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल जारी है.