बिहार बाढ़: दरभंगा में बढ़ते जलस्तर के कारण टूट रहे तटबंध, ग्रामीणों की बढ़ी परेशानी
बिहार के दरभंगा जिले में बाढ़ से हालात खराब होते जा रहे हैं. जिले के करजापट्टी के बिरने में बार-बार बांध टूटने के चलते लोग परेशान हैं. पंचायत के मुखिया किशोर कुमार झा के मुताबिक तटबंध टूटने के कारण हालात बेकाबू दिख रहे हैं. पानी के बहाव को रोकने की कोशिश तो की गयी, इसके बावजूद पानी निकल रहा है. जबकि, लाधा गांव में 24 जुलाई को टूटे तटबंध से निकल रहे पानी से बढ़ती परेशानी को लेकर ग्रामीणों ने खुद मोर्चा संभाला और पानी का बहाव रोक दिया है. इसके बाद बड़की लाधा गांव के लोगों की परेशानी धीरे-धीरे कम हो रही है. नदी में जलस्तर बढ़ते ही बागमती नदी का तटबंध टूट रहा है. मंगलवार की देर रात से बुधवार की सुबह तक तीन स्थानों पर तटबंध टूट गया. जिससे परेशानी बढ़ती ही जा रही है. पिंडारूछ पंचायत के मोहनमठ के समीप मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे बागमती नदी का पूर्वी तटबंध टूट गया. इसके पहले पिंडारूछ पंचायत के गोपालपुर में 17 और 19 जुलाई को पूर्वी जमींदारी बांध टूट चुका था. उस जगह से भी पानी निकल ही रहा है. कुल मिलाकर यह है कि दरभंगा में बाढ़ से हालात गंभीर होते जा रहे हैं. तटबंध टूटने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीणों को हो रही है.
बिहार के दरभंगा जिले में बाढ़ से हालात खराब होते जा रहे हैं. जिले के करजापट्टी के बिरने में बार-बार बांध टूटने के चलते लोग परेशान हैं. पंचायत के मुखिया किशोर कुमार झा के मुताबिक तटबंध टूटने के कारण हालात बेकाबू दिख रहे हैं. पानी के बहाव को रोकने की कोशिश तो की गयी, इसके बावजूद पानी निकल रहा है. जबकि, लाधा गांव में 24 जुलाई को टूटे तटबंध से निकल रहे पानी से बढ़ती परेशानी को लेकर ग्रामीणों ने खुद मोर्चा संभाला और पानी का बहाव रोक दिया है. इसके बाद बड़की लाधा गांव के लोगों की परेशानी धीरे-धीरे कम हो रही है. नदी में जलस्तर बढ़ते ही बागमती नदी का तटबंध टूट रहा है. मंगलवार की देर रात से बुधवार की सुबह तक तीन स्थानों पर तटबंध टूट गया. जिससे परेशानी बढ़ती ही जा रही है. पिंडारूछ पंचायत के मोहनमठ के समीप मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे बागमती नदी का पूर्वी तटबंध टूट गया. इसके पहले पिंडारूछ पंचायत के गोपालपुर में 17 और 19 जुलाई को पूर्वी जमींदारी बांध टूट चुका था. उस जगह से भी पानी निकल ही रहा है. कुल मिलाकर यह है कि दरभंगा में बाढ़ से हालात गंभीर होते जा रहे हैं. तटबंध टूटने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीणों को हो रही है.