बिहार बाढ़: दरभंगा के करजापट्टी में बाढ़ का कहर, कई गांवों में पानी ने बढ़ायी परेशानी
बिहार के दरभंगा जिले में बाढ़ के कारण लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं. कई दिनों से पानी के बीच लोग जिंदगी गुजार रहे हैं. कहते हैं जिनका कोई नहीं होता उनका भगवान होते हैं. इस बाढ़ की विनाशलीला में भी पीड़ितों का सहारा भगवान हैं. दरअसल, दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के करजापट्टी पंचायत के कई बाढ़ पीड़ित मंदिर में शरण लिए हुए हैं. 24 जुलाई को बागमती नदी का पुरबारी तटबंध टूट गया. कई दिनों के बाद भी बड़की लाधा गांव में हालात सामान्य नहीं हो सके हैं.
बिहार के दरभंगा जिले में बाढ़ के कारण लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं. कई दिनों से पानी के बीच लोग जिंदगी गुजार रहे हैं. कहते हैं जिनका कोई नहीं होता उनका भगवान होते हैं. इस बाढ़ की विनाशलीला में भी पीड़ितों का सहारा भगवान हैं. दरअसल, दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के करजापट्टी पंचायत के कई बाढ़ पीड़ित मंदिर में शरण लिए हुए हैं. 24 जुलाई को बागमती नदी का पुरबारी तटबंध टूट गया. कई दिनों के बाद भी बड़की लाधा गांव में हालात सामान्य नहीं हो सके हैं. टूटे तटबंध की मरम्मत नहीं होने से नदी के पानी ने ग्रामीणों की परेशानी को और बढ़ा दी है. पानी के तेज बहाव को देखकर आप ग्रामीणों की तकलीफ का अंदाजा लगा सकते हैं. घरों में पानी है. जिस गलियों में कभी लोग चलते थे, आज वहां घुटने भर पानी हैं. खेत, मकान से लेकर सबकुछ बाढ़ के पानी की ज़द में आ चुके हैं. स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक करजापट्टी पंचायत के बड़की लाधा गांव का वार्ड नौ, दस, ग्यारह और बारह बाढ़ की चपेट में है. अधिकांश घरों में पानी घुस चुका है. गांव की सड़कों से लेकर गलियों तक में बाढ़ के पानी का कब्जा है. ऊंची जगहों पर लोगों ने सिर छिपाने की जगह ढूंढी है. मवेशियों के साथ ही खुद को सुरक्षित रखना सबसे बड़ी चुनौती है. कई परिवारों का समय मचान पर गुजर रहा है. बाढ़ पीड़ितों को उम्मीद है कि ये वक्त भी थम जायेगा. जिंदगी फिर पटरी पर लौट जायेगी.