बिहार बाढ़: दरभंगा में कमला बलान नदी ने बढ़ायी मुश्किलें, पीड़ितों को राहत का इंतजार
बिहार में बाढ़ के कहर के बीच सरकारी स्तर पर मदद की जा रही है. राहत और बचाव कार्य भी जारी है. इसके बावजूद कई इलाके ऐसे हैं जहां के लोगों का दर्द थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरभंगा में कमला बलान नदी के पश्चिमी भाग में सुघराईन, महिशौथ, केवटगामा, कुशेश्वरस्थान दक्षिणी, कुशेश्वरस्थान उतरी और बहिंदुआ पंचायतों के करीब 30 गांवों की आबादी पूरी तरह प्रभावित है. घरों में पानी है और नतीजतन लोग बांध पर रहने को मजबूर हैं.
बिहार में बाढ़ के कहर के बीच सरकारी स्तर पर मदद की जा रही है. राहत और बचाव कार्य भी जारी है. इसके बावजूद कई इलाके ऐसे हैं जहां के लोगों का दर्द थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरभंगा में कमला बलान नदी के पश्चिमी भाग में सुघराईन, महिशौथ, केवटगामा, कुशेश्वरस्थान दक्षिणी, कुशेश्वरस्थान उतरी और बहिंदुआ पंचायतों के करीब 30 गांवों की आबादी पूरी तरह प्रभावित है. घरों में पानी है और नतीजतन लोग बांध पर रहने को मजबूर हैं. कई इलाके ऐसे हैं जहां बाढ़ के सबूत नवंबर तक दिखायी देते हैं. लोगों के लिए आने-जाने का साधन नाव है. नाव के जरिए ही सबकुछ संभव है. नाव नहीं है तो कुछ भी करना करीब-करीब असंभव है. जबकि, इलाके में नाव चलाने वालों का भी अपना दर्द है. उनकी भी कई शिकायतें है. कुछ नाविक तो अरसे से नाव चला रहे हैं. जिसके जरिए लोग आना-जाना करते हैं. बताते चलें कि बाढ़ को देखते हुए सरकारी स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं. लोगों तक मदद भी पहुंच रही है. हालांकि, सरकारी कोशिशों की अपनी गति है. उम्मीद है कि लोगों तक मदद भी पहुंचेगी और बाढ़ के भीषण संकट से लड़ने में काफी मदद भी मिलेगी.