झारखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपाई सोरेन पहली बार बुधवार 7 फरवरी को सरायकेला-खरसावां जिला स्थित अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा पहुंचे. यहां लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. हेलीपैड से लेकर उनके घर तक पूरे गांव को सजा दिया गया. पूरे गांव को गोबर से लीपकर साफ किया गया. उनके घर के द्वार को फूल-माला से सजाया गया. छोटे भाई दीकूराम सोरेन समेत पूरा परिवार चंपाई सोरेन के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. प्रशासन की ओर से भी उनके स्वागत की भव्य तैयारी की गई. गांव के बाहर ही हेलीपैड का निर्माण कराया गया. गांव में लोगों ने ढोल, मांदर बजाकर अपने टाईगर (कोल्हान टाइगर) चंपाई सोरेन का स्वागत किया. मुख्यमंत्री के अपने गांव पहुंचने से पहले ही उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में लोग गांव के बाहर सिदो-कान्हू मुर्मू की प्रतिमा के पास पहुंच गए थे. सभी मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपाई सोरेन की एक झलक पाने को बेताब थे. कई घंटे पहले से ही लगातार ढोल-मांदर बज रहे थे. महिलाएं झकझुमर नृत्य कर रहीं थीं. गांव में चंपाई सोरेन पहुंचे, तो पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया गया. महिलाओं ने थाली में उनके चरण पखारे. गांव में सड़क पर कारपेट बिछाया गया. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. चंपाई सोरेन के गांव के लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन भी सुबह से ही तैयारी में जुटा था.
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VIDEO: पैतृक गांव में चंपाई सोरेन, अपने घर पहुंचे तो ऐसे हुआ स्वागत
झारखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपाई सोरेन पहली बार बुधवार 7 फरवरी को सरायकेला-खरसावां जिला स्थित अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा पहुंचे. यहां लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. हेलीपैड से लेकर उनके घर तक पूरे गांव को सजा दिया गया. पूरे गांव को गोबर से लीपकर साफ किया गया.
By Mahima Singh
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