नक्सलवाद को संरक्षण के मुद्दे पर भूपेश बघेल ने बीजेपी को दिया करारा जवाब, देखें VIDEO
बीजेपी की जब छत्तीसगढ़ में सरकार थी, तो यहां नक्सलवाद चरम पर था. उनके कार्यकाल में आदिवासियों को नक्सली बताकर उनका फर्जी एनकाउंटर किया जाता था. आदिवासियों को जनसुरक्षा अधिनियम के काले कानून के तहत जेलों में ठूंस दिया जाता था. आज ये फर्जी एनकाउंटर और फर्जी गिरफ्तारियां नहीं हो रहीं हैं.
नक्सलवाद को बढ़ावा देने के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आरोपों पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. उन्होंने बुधवार 27 सितंबर को मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार नक्सलियों को संरक्षण देती है. इस पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि संबित पात्रा जो बात कह रहे हैं, क्या उससे केंद्र सरकार सहमत है. क्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बात से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की जब छत्तीसगढ़ में सरकार थी, तो यहां नक्सलवाद चरम पर था. उनके कार्यकाल में आदिवासियों को नक्सली बताकर उनका फर्जी एनकाउंटर किया जाता था. आदिवासियों को जनसुरक्षा अधिनियम के काले कानून के तहत जेलों में ठूंस दिया जाता था. आज ये फर्जी एनकाउंटर और फर्जी गिरफ्तारियां नहीं हो रहीं हैं, इसलिए बीजेपी को तकलीफ हो रही है. भूपेश बघेल ने सनातन पर हो रही बयानबाजी पर भी बीजेपी को आड़े हाथ लिया. कहा कि आज जो लोग सनातन की बात कर रहे हैं, क्या वो उसके अनुरूप आचरण करते हैं. सनातन में गुरु शिष्य की परंपरा रही है. गुरु ही शिष्य को सिखाते हैं. अगर अर्जुन ने श्रीकृष्ण से सवाल नहीं पूछे होते, तो गीता जैसा महान ग्रंथ हमें नहीं मिलता. लेकिन, आज जो हमारे विश्व गुरु हैं, वो सवालों से कतराते हैं. प्रश्नों से घबराते हैं. बीजेपी के लोगों से कोई सवाल पूछ दे, तो पलायन कर जाते हैं. इसके बाद आरोप लगाते हैं कि ये धर्म विरोधी है, राष्ट्र विरोधी है. इस तरह से वे सर्टिफिकेट भी बांटते हैं.