अगले साल के मार्च तक बनेगी कोरोना वैक्सीन, हर नागरिक तक पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती
भारत में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सबसे बड़ी चिंता वैक्सीन को लेकर है. खास बात यह है कि वैक्सीन के मास प्रोडक्शन के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं. एक दफा कोरोना वैक्सीन को वैज्ञानिकों की हां मिलने की देर है हर भारतीय तक वैक्सीन को जल्द से जल्द पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. इसका जिक्र पीएम मोदी ने पंद्रह अगस्त को भाषण के दौरान भी किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचाने के रोडमैप पर काम किया जा रहा है. जबकि, 17 सितंबर को लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी कहा था कि अगले साल की शुरूआत तक कोविड-19 वैक्सीन डेवलप कर लिया जाएगा. हालांकि, सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वैक्सीन को हर भारतीय तक पहुंचाने की है.
भारत में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सबसे बड़ी चिंता वैक्सीन को लेकर है. खास बात यह है कि वैक्सीन के मास प्रोडक्शन के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं. एक दफा कोरोना वैक्सीन को वैज्ञानिकों की हां मिलने की देर है हर भारतीय तक वैक्सीन को जल्द से जल्द पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. इसका जिक्र पीएम मोदी ने पंद्रह अगस्त को भाषण के दौरान भी किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचाने के रोडमैप पर काम किया जा रहा है. जबकि, 17 सितंबर को लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी कहा था कि अगले साल की शुरूआत तक कोविड-19 वैक्सीन डेवलप कर लिया जाएगा. हालांकि, सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वैक्सीन को हर भारतीय तक पहुंचाने की है.