देसी रियासतों को एक करने के साथ आतंकियों को धूल चटाने में CRPF की अहम भूमिका
आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का 83वां स्थापना दिवस है. यह भारत संघ का केंद्रीय पुलिस बल है. देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय संघ के तहत 1949 में इसका नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर दिया था.
आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का 83वां स्थापना दिवस है. यह भारत संघ का केंद्रीय पुलिस बल है. देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय संघ के तहत 1949 में इसका नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर दिया था.
आइये आज इस खास दिन पर इसके इतिहास पर नजर डालते हैं और समझते हैं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल है क्या कैसे काम करता है. देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत संघ का प्रमुख केंद्रीय पुलिस बल है. यह सबसे पुराना केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल (अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के रूप में जानते हैं) में से एक है, जिसे 1939 में क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस के रूप में गठित किया गया था.
क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस भारत की तत्कालीन रियासतों में आंदोलनों, राजनीतिक अशांति, साम्राज्यिक नीति के रूप में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर स्थापित की गई थी. 1936 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मद्रास संकल्प को ध्यान में रखकर सीआरपीएफ की स्थापना की गई.