हिंदू धर्म में भगवान कुबेर का काफी महत्व होता है. हर वर्ष भगवान विष्णु के अंशावतार और देवताओं के वैद्य भगवान धन्वन्तरी का प्राकट्य पर्व कार्तिक कृष्णपक्ष त्रयोदशी को मनाया जाता है. ये पर्व प्रदोष व्यापिनी तिथि में मनाने का विधान है. सनातन धर्म में दीपावली पर्व की शुरुआत धनतेरस से ही हो जाती है. इस दिन से देवी-देवताओं की पूजा विधिवत और श्रद्धा भाव से करने पर घर में सुख, शांति, वैभव और संपन्नता आती है. माता लक्ष्मी धन और वैभव की देवी हैं, उनकी कृपा से रंक भी राजा बन जाता है. लेकिन धनतेरस और दिवाली पर कुबेर की भी पूजा करने से जातक के सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. लक्ष्मी-गणेश के साथ कुबेर या कुबेर यंत्र की पूजा विधिपूर्वक लोग करते हैं. ऐसे में आइए जानते है कि धनतेरस और दिवाली पर क्यों की जाती है कुबेर की पूजा? धन प्राप्ति के लिए कुबेर मंत्र क्या है?
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