क्या आम और क्या खास. कोरोना ने किसी को नहीं छोड़ा. सबकी हालत पतली है. देखिए ना, रावण की हालत भी पतली है. लंकाधिपति दशानन. सज धज कर बाजार में बिकने को खड़ा है. लेकिन उसे कोई खरीददार नहीं मिल रहा. अपनी हुंकार से तीनों लोकों को डरा देने वाला रावण. इस बार खामोश है. रावण का भाव गिर गया है. कभी जिसकी एक आवाज से तीन लोक कांप जाते थे, हाय री किस्मत. इस साल कोई उसे पूछ नहीं रहा
Posted By- Suraj Thakur