लोकसभा चुनाव 2024 में वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर चुनाव आयोग काफी सजग है. इसके लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. लोकतंत्र की इस महान कवायद के प्रति जागरूकता को लेकर एक दिलचस्प वाकया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि 1952 में पहले आम चुनाव के लिए लोगों को 1951 में चुनाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाता था. पूरे साल चुनाव आयोग फिल्मों और रेडियो के जरिए लोगों को वोट देने के मकसद के बारे में बताता रहा.
प्रसिद्ध इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने अपनी पुस्तक ‘भारत : गांधी के बाद में’ इस रोचक प्रसंग का जिक्र किया है. उस समय तीन हजार सिनेमाघरों में मतदान प्रक्रिया और मतदाताओं के कर्तव्य पर एक डॉक्युमेंट्री दिखायी गयी. लाखों-करोड़ों भारतीयों तक ऑल इंडिया रेडियो के द्वारा कई कार्यक्रमों के माध्यम से संदेश पहुंचाया गया. उन्हें संविधान, वयस्क मताधिकार का उद्देश्य, मतदाता सूची की तैयारी और मतदान के बारे में बताया गया. यानी कुल मिलाकर यह चुनावी अभियान भारत के पहले आम चुनाव (1952) के पहले साल 1951 में चलाया गया, ताकि देश के लोग इस लोकतंत्र के महान पर्व के बारे में जान सकें.
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