सिमडेगा जिला अंतर्गत कोलेबिरा थाना इलाके के बेसराजारा बाजार के निकट मंगलवार को लगभग दो बजे के करीब सैकड़ों उग्र ग्रामीणों ने पूर्व नक्सली की हत्या कर शव को जला दिया. उग्र ग्रामीणों ने पूर्व नक्सली की मां और पत्नी के सामने ही हत्या कर शव को जला दिया. पूर्व नक्सली द्वारा जंगलों से लकड़ी की कटाई को लेकर ग्रामीण काफी दिनों से नाराज थे.
कोलेबिरा थाना क्षेत्र के छपरीडिपा निवासी संजू प्रधान पूर्व माओवादी था. जेल से छूटने के बाद वह लकड़ी का व्यवसाय कर रहा था. जिससे ग्रामीण काफी नाराज थे. कई बार ग्रामीणों ने जंगलों की कटाई नहीं करनी की बातें कही थी. लेकिन, संजू प्रधान लगातार जंगलों की कटाई कर तस्करी का काम करता था. इससे ग्रामीण खासे नाराज थे.
मंगलवार को ग्रामीणों ने बंबलकेरा पंचायत भवन में बैठक कर उक्त घटना को अंजाम देने का निर्णय लिया. बैठक के बाद कई टोले के ग्रामीण बेसराजरा बाजार टांड़ के पास रह रहे संजू प्रधान के घर के अंदर पहुंचे. उस वक्त उनका पूरा परिवार घर के पास ही था. घर में संजू और उसकी पत्नी सपना देवी थी.
सबसे पहले दो लोग घर में घुसे और जबरन उसे घर से निकालना चाहा. जाने से इनकार करने पर सभी ग्रामीण उसके घर पहुंचे और उसे घर से निकालकर पीटते हुए घर से करीब 100 कदम की दूरी पर उसे ले गये. वहां मारपीट कर परिजनों के सामने ही उसकी हत्या कर दी. इतना ही नहीं हत्या के बाद उसके ही घर में रखी लकड़ी को चिता बनाकर उसे जलाकर राख कर दिया.
इस पूरे मामले को लेकर कोलेबिरा थाना में केस दर्ज किया गया है जिसमें 13 लोगों को नामजद किया गया है और साथ ही 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बुधवार को यहां पुलिस प्रशासन पहुंचा. पत्नी ने इस पूरे मामले में न्याय की मांग की है. पत्नी का कहना है कि उसका पति संजू प्रधान शराब कारोबारी और जुआ का व्यापार करने वाले लोगों के विरोध में थे. इसी का बदला लेने के लिए उनकी हत्या की गयी है. इस पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है. मृतक के परिवार वाले न्याय की गुहार लगा रहे हैं. प्रशासन ने यह भरोसा दिया है कि वह इस मामले में न्याय करेगी.