झारखंड के गैंगस्टर अमन सिंह की धनबाद मंडल कारा (जेल) में हत्या कर दी गयी. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. इधर, इस हत्याकांड से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. बताया जा रहा है कि जेल में ऐसी वारदात की ये पहली घटना है. अमन सिंह कुख्यात नीरज सिंह हत्याकांड का आरोपी था. इस कांड के बाद जेल के अधिकारी भी संदेह के घेरे में आ गए हैं.
आपको बता दें कि धनबाद मंडल कारा में पिछले दिनों सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उपायुक्त ने छापेमारी की थी. हालांकि, इस दौरान कुछ खास बरामद नहीं हो सका था. यहां के पदाधिकारी भी संदेश के घेरे में रहे हैं. इस वजह से हाल ही में यहां के सुपरिटेंडेंट का तबादला किया गया था. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 25 नवंबर को जिले के उपायुक्त ने भी पुलिस बल के साथ यहां छापेमारी की थी. इस दौरान हालांकि कुछ खास नहीं मिला था, पर छापेमारी के मात्र सात दिन बाद ही जेल के अंदर गोलीबारी की इस बड़ी घटना ने जेलों में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है.
Jharkhand’s gangster Aman Singh was murdered in Dhanbad Mandal Jail. The police is investigating the case. Here, due to this murder, questions have also been raised on the security system of the jail. It is being told that this is the first incident of such incident in the jail. Aman Singh was accused in the Neeraj Singh murder case. After this incident, the jail officials have also come under suspicion. Let us tell you that recently the Deputy Commissioner had raided Dhanbad Divisional Jail regarding security arrangements. However, nothing special could be recovered during this period. The officials here have also been in the circle of the message. For this reason, the superintendent here was recently transferred. Regarding security arrangements, on November 25, the Deputy Commissioner of the district along with the police force had raided here. Although nothing special was found during this period, but just seven days after the raid, this major incident of firing inside the jail has exposed the security arrangements in the jails.