कुवैत में जिंदा जले शवों की पहचान मुश्किल, DNA से होगी पहचान
कुवैत की एक बिल्डिंग में लगी आग में भारत के 40 से अधिक लोगों की मौत हो गइ है. आग से उनका चेहरा इस कदर जल चुका है कि उनकी पहचान भी नहीं हो पा रही है.
कुवैत अग्निकांड में जिंदा जले शवों को पहचानना हुआ मुश्किल हो गया है. इनकी पहचान अब डीनए के आधार पर की जायेगी. इसके बाद ही परिजनों को जानकारी दी जायेगी. ये बातें भारत से कुवैत पहुंचे विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कही है. भारत में पीएम मोदी के साथ आपात बैठक करने के बाद ही विदेश राज्य मंत्री कुवैत के लिए रवाना हो गए थे. जानकारी हो कि मंगफ क्षेत्र में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से केरल के 11 लोग सहति 40 से अधिक भारतीयों की मौत हो गई और 50 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए. जिस बिल्डिंग में आग लगी उस बिल्डिंग में बड़ी संख्या में भारत के प्रवासी मजदूर रह रहे थे. किचन एरिया में लगी आग की लपटों ने धीरे-धीरे पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया. वहीं, मंत्रालय की ओर से कहा गया कि कानून का उल्लंघन करने वाले भवन मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.