पश्चिम बंगाल में जमाई षष्ठी का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है. जमाई षष्ठी बंगाली समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, क्योंकि यह सास और दामाद के बीच मजबूत बंधन का प्रतीक है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी जमाई पर अपनी कृपा बरसाती हैं और उसे जीवन में समृद्धि और सफलता प्रदान करती हैं. यह त्यौहार दामाद को परिवार के अभिन्न अंग के रूप में सम्मानित करने के लिए भी मनाया जाता है. इस दिन जमाई के लिए विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं, जिनमें उनके पसंदीदा व्यंजन और मिठाइयां शामिल होती हैं. सास अपनी जमाई के आनंद के लिए विभिन्न व्यंजनों से युक्त एक विशेष थाली भी तैयार करती है. सास-ससुर के प्यार और स्नेह का यह भाव ही इस त्योहार को वास्तव में खास बनाता है. कई परिवार इस दिन दावत या मिलन समारोह का आयोजन भी करते हैं, और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को एक साथ जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करते हैं.
पश्चिम बंगाल में जमाई षष्ठी में होती है जमाइयों की खातिरदारी, धूमधाम से मनाया जाता है त्योहार
पश्चिम बंगाल में जमाई षष्ठी के त्योहार का विशेष महत्व है. यह त्योहार बंगाली समुदाय के लिए महत्वपूर्ण होता है.
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