जामताड़ा के शातिरों ने बदला ठगी का तरीका, E-सिम से ऐसे निशाना बना रहे हैं साइबर क्रिमिनल

जामताड़ा. झारखंड का एक जिला. ऑनलाइन ठगी का गढ़ और मोबाइल कॉल के सहारे हर घंटे हजारों की ठगी करने वाले शातिर. देश के हर इलाके के लोगों को जामताड़ा के साइबर अपराधी निशाना बना चुके हैं. जामताड़ा पर एक वेब सीरीज भी बनी है- ‘जामताड़ा- सबका नंबर आएगा’. पुलिस की कार्रवाई के बावजूद जामताड़ा के साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. पुलिस दबिश बढ़ाती है और साइबर ठग तरीके बदलते हैं. अब, साइबर ठगों ने ई-सिम के जरिए लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. बिहार, बंगाल से लेकर झारखंड और ओडिशा तक साइबर ठगी करने की खबरें आती रहती हैं. दरअसल, मोबाइल पर कॉल करके ठगी का तरीका पुराना हो गया. अब, ई-सिम का चलन बढ़ा तो इसी के जरिये साइबर ठग लोगों को झांसे में लेने लगे हैं. ई-सिम को अपडेट या एक्टिवेट करने के साथ ही बैंक खाते या वॉलेट से मोबाइल को जोड़ने और केवाइसी अपडेट करने के नाम पर साइबर ठगी की जा रही है. साइबर ठग पहले शिकार तलाशते हैं. उनको भरोसे में लेते हैं और जरूरी जानकारियां हासिल करते हैं. उसके बाद ठगी को अंजाम देते हैं. हमारी खास पेशकश में देखिए विशेष रिपोर्ट.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2020 5:06 PM

Jamtara के Cyber Criminal ESim के जरिए लोगों को बना रहे हैं निशाना | Prabhat Khabar

जामताड़ा. झारखंड का एक जिला. ऑनलाइन ठगी का गढ़ और मोबाइल कॉल के सहारे हर घंटे हजारों की ठगी करने वाले शातिर. देश के हर इलाके के लोगों को जामताड़ा के साइबर अपराधी निशाना बना चुके हैं. जामताड़ा पर एक वेब सीरीज भी बनी है- ‘जामताड़ा- सबका नंबर आएगा’. पुलिस की कार्रवाई के बावजूद जामताड़ा के साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. पुलिस दबिश बढ़ाती है और साइबर ठग तरीके बदलते हैं. अब, साइबर ठगों ने ई-सिम के जरिए लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. बिहार, बंगाल से लेकर झारखंड और ओडिशा तक साइबर ठगी करने की खबरें आती रहती हैं. दरअसल, मोबाइल पर कॉल करके ठगी का तरीका पुराना हो गया. अब, ई-सिम का चलन बढ़ा तो इसी के जरिये साइबर ठग लोगों को झांसे में लेने लगे हैं. ई-सिम को अपडेट या एक्टिवेट करने के साथ ही बैंक खाते या वॉलेट से मोबाइल को जोड़ने और केवाइसी अपडेट करने के नाम पर साइबर ठगी की जा रही है. साइबर ठग पहले शिकार तलाशते हैं. उनको भरोसे में लेते हैं और जरूरी जानकारियां हासिल करते हैं. उसके बाद ठगी को अंजाम देते हैं. हमारी खास पेशकश में देखिए विशेष रिपोर्ट.

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