बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद के रूप में बदल गया है. आज इसके ओडिशा- आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर पहुंचने की आशंका जताई गई है. इसकी वजह से बिहार और झारखंड में भी भारी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 65 किमी प्रति घंटा की गति से उत्तरी आंध्र प्रदेश तट और ओडिशा तट पर शनिवार की शाम से अगले 12 घंटे तक तेज हवाएं चल सकती हैं. मौसम विज्ञान के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवाती तूफान समुद्र में बड़े तूफान में तब्दील हो जाएगा और 110 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चलेंगी. हवा की गति रविवार को सुबह से अगले 12 घंटों तक 80 किमी प्रति घंटा हो सकती है. उन्होंने बताया कि चक्रवात से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और इससे लगे दक्षिणी तटीय ओडिशा में शनिवार को बारिश की तीव्रता बढ़ने के आसार हैं.
चक्रवती तूफान जवाद का असर शनिवार से झारखंड में रहेगा. इस कारण शनिवार, रविवार और सोमवार को झारखंड के कई इलाकों में बारिश होगी. शनिवार से सोमवार तक राज्य के दक्षिणी और मध्य हिस्से (गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार को छोड़कर सभी जिलों) में इसका असर दिखेगा. कोडरमा और लोहरदगा में आंशिक असर रहेगा. कहीं-कहीं के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है.
30 से 40 किमी की रफ्तार से चल सकती है हवा : मौसम केंद्र, रांची के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि जवाद ने साइक्लोन का रूप ले लिया है. अभी यह प बंगाल की खाड़ी में है. शनिवार की सुबह में आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के तट पर पहुंचेगा. पांच की दोपहर को पुरी (ओडिशा) तट के पास टकरायेगा. छह को यह पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में समाप्त हो जायेगा. इससे झारखंड में बारिश हो सकती है और 30 से 40 किमी की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है
मौसम विभाग के अनुसार जवाद के कारण तापमान में भी बदलाव होगा और अधिकतम तापमान घटेगा. वहीं न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होगी. इससे ठंड का एहसास ज्यादा होगा. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेसि का अंतर रह जायेगा. मौसम विभाग के अनुसार पांच दिसंबर को अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेसि के आसपास होगा.