झारखंड में सूखे के आसार, 10 साल में अबतक सबसे कम बारिश
झारखंड में सूखे के आसार दिखने शुरू हो गये हैं. पिछले 10 साल में अब तक सबसे कम बारिश हुई है. कृषि विभाग भी इसे लेकर चिंतित है. हालत ये हो गयी है कि इस साल धान के बिचड़े पर भी संकट मंडराने लगा है.
झारखंड में सूखे के आसार दिखने शुरू हो गये हैं. पिछले 10 साल में अब तक सबसे कम बारिश हुई है. कृषि विभाग भी इसे लेकर चिंतित है. हालत ये हो गयी है कि इस साल धान के बिचड़े पर भी संकट मंडराने लगा है.
कई जिलों तो अब तक रोपा शुरू भी नहीं हो सका है. इनमें से संताल परगना, उत्तरी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल एक है. राज्य के 16 जिलों की स्थिति तो बेहद चिंताजनक है. रोपा के कार्य प्रभावित होने से किसानों के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें दिखने लगी है कृषि विभाग भी सूखे की स्थिति को मानते हुए तैयारी में लग गया है.
विभाग ने सभी जिलों को पत्र लिखकर लंबी अवधिवाली धान की वेराइटी बांटने और बेचने पर रोक लगा दी है. राज्य में 15 जुलाई के बाद रोपा शुरू हो जाता है. रोपा समाप्त करने का सही समय अगस्त माह के पहले सप्ताह तक कहा जाता है. बारिश नहीं होने से कहीं-कहीं तो खेतों में दरार पड़ने लगी है.